यू.टी.एस.ऑन मोबाइल एप के जरिए कैशलेस टिकट सुविधा हेतु विशेष अभियान-
लखनऊ(अपवा न्यूज़) दिनांक 23 जुलाई, 2019 : चूँकि डिजिटलीकरण के माध्यम से हम कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहे हैं ऐसे में अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से त्वरित भुगतान सुविधा की ओर रेलवे भी कदम बढ़ा रही है। रेल सूचना प्रणाली केन्द्र “क्रिस” ने एक मोबाइल आधारित एप “यू.टी.एस.ऑन मोबाइल” तैयार किया है जिसकी विशेषताएँ निम्नानुसार हैं:-
“यू.टी.एस.ऑन मोबाइल” एप रेल सूचना प्रणाली केन्द्र “क्रिस” द्वारा घरेलू स्तर पर तैयार किया गया है ।
“यू.टी.एस.ऑन मोबाइल” एप्लिकेशन एंड्रॉइड और विंडोज स्मार्टफोन दोनों के लिए उपलब्ध है। उपयोगकर्ता इस ऐप को Google Play Store या Windows store से निःशुल्क डाउनलोड कर सकते हैं।
सबसे पहले यात्री अपना मोबाइल नंबर, नाम, शहर, डिफ़ॉल्ट बुकिंग ट्रेन प्रकार, श्रेणी, टिकट का प्रकार श्रेणी, टिकट टाइप यात्रियों की संख्या और प्राय: यात्रा करने वाले मार्गों का विवरण देते हुए स्वयं को पंजीकृत करेगा ।
सफलतापूर्वक पंजीकृत हो जाने के बाद, शून्य राशि के साथ रेलवे वॉलेट (आर-वॉलेट) स्वत: ही बन जायेगा । आर-वॉलेट बनाने के लिए कोई अतिरिक्त लागत नहीं होगी।
आर-वॉलेट को किसी भी यूटीएस काउंटर या https://www.utsonmobile.indianrail.gov.in वेबसाइट पर उपलब्ध रिचार्ज विकल्प के माध्यम से रिचार्ज किया जा सकता है।
यदि मोबाइल का इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध नहीं है, तो टिकट बुकिंग की अनुमति नहीं होगी।
इसमे अग्रिम टिकट बुकिंग की अनुमति नहीं है अर्थात् चालू तारीख (करंटडेट) ही हमेशा यात्रा की तारीख होगी ।
पेपरलेस टिकट: यात्री मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से पेपरलेस यात्रा टिकट, सीजन टिकट और प्लेटफार्म टिकट बुक कर सकता है और टिकट मोबाइल एप्लिकेशन में ही आ जायेगा। यात्री टिकट की हार्डकॉपी के बिना यात्रा कर सकता है। जब भी टिकट जांच कर्मचारी टिकट मांगता है, तो यात्री ऐप में 'टिकट दिखाएं' विकल्प का उपयोग करेगा।
* पेपरलेस टिकट बुक करने के लिए स्मार्टफोन जीपीएस सक्षम होना चाहिए।
* पेपरलेस टिकटों के निरस्तीकरण की अनुमति नहीं है।
* यात्रा पेपरलेस टिकट बुकिंग के एक घंटे के भीतर शुरू होनी चाहिए।
* सीजन टिकट मोबाइल एप्लिकेशन से जारी / नवीनीकृत किया जा सकता है और यह टिकट बुकिंग के अगले दिन से मान्य होगा। सीजन टिकट को जारी/नवीनीकरण के लिए जीपीएस की कोई ज़रूरत नहीं है।
* प्लेटफार्म टिकट भी मोबाइल एप्लिकेशन से बुक किया जा सकता है।
* यदि यात्री मोबाइल पर टिकट दिखाने में असफल होता है तो उसे टिकट रहित यात्रा माना जाता है।
पेपर टिकट: यात्री मोबाइल ऐप के माध्यम से टिकट बुक कर सकता है। टिकट की बुकिंग पर, उसे अन्य टिकट विवरणों के साथ बुकिंग आईडी मिल जाएगी। बुकिंग विवरण बुकिंग इतिहास में भी उपलब्ध होंगे। बुकिंग आईडी को एक एसएमएस के माध्यम से भी बताया जाएगा।
पेपर टिकट बुकिंग करने के बाद, यात्री अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर और बुकिंग आईडी दर्ज करके, यात्रा के प्रारम्भिक (स्रोत) स्टेशन पर जाकर किसी भी ए.टी.वी.एम. से प्रिंट ले सकता है । यात्रा केवल मुद्रित टिकट के साथ मान्य है ।
पेपर टिकट के निरस्तीकरण टिकट मुद्रित होने के बाद काउंटर पर अथवा मुद्रित होने से पहले एप के माध्यम से किया जा सकता है । दोनों मामलों में, निरस्तीकरण शुल्क लागू होगा ।
पेपर टिकट प्रिंट होने के एक घंटे के भीतर यात्रा शुरू होनी चाहिए।
10. विस्तृत सहायता के लिए, वेबसाइट "https://www.utsonmobile.indianrail.gov.in" पर जाएं।
मण्डल रेल प्रबंधक उत्तर रेलवे, लखनऊ, संजय त्रिपाठी ने अवगत कराया कि यू.टी.एस एप के प्रति यात्रियों को जागरूक करने हेतु अभियान चलाकर यात्रियों को जागरूक किया जा रहा हैं साथ ही आपने बताया की इस एप को डाउनलोड करना आसान हैं l एप से टिकट स्टेशन परिसर से 20 मीटर दूरी से बुक किया जा सकता है l एप में मौजूद रेलवे वैलेट को ऑनलाइन के साथ यू.टी.एस काउंटर पर रिचार्ज किया जा सकता है l
“यू.टी.एस.ऑन मोबाइल” एप रेल सूचना प्रणाली केन्द्र “क्रिस” द्वारा घरेलू स्तर पर तैयार किया गया है ।
“यू.टी.एस.ऑन मोबाइल” एप्लिकेशन एंड्रॉइड और विंडोज स्मार्टफोन दोनों के लिए उपलब्ध है। उपयोगकर्ता इस ऐप को Google Play Store या Windows store से निःशुल्क डाउनलोड कर सकते हैं।
सबसे पहले यात्री अपना मोबाइल नंबर, नाम, शहर, डिफ़ॉल्ट बुकिंग ट्रेन प्रकार, श्रेणी, टिकट का प्रकार श्रेणी, टिकट टाइप यात्रियों की संख्या और प्राय: यात्रा करने वाले मार्गों का विवरण देते हुए स्वयं को पंजीकृत करेगा ।
सफलतापूर्वक पंजीकृत हो जाने के बाद, शून्य राशि के साथ रेलवे वॉलेट (आर-वॉलेट) स्वत: ही बन जायेगा । आर-वॉलेट बनाने के लिए कोई अतिरिक्त लागत नहीं होगी।
आर-वॉलेट को किसी भी यूटीएस काउंटर या https://www.utsonmobile.indianrail.gov.in वेबसाइट पर उपलब्ध रिचार्ज विकल्प के माध्यम से रिचार्ज किया जा सकता है।
यदि मोबाइल का इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध नहीं है, तो टिकट बुकिंग की अनुमति नहीं होगी।
इसमे अग्रिम टिकट बुकिंग की अनुमति नहीं है अर्थात् चालू तारीख (करंटडेट) ही हमेशा यात्रा की तारीख होगी ।
पेपरलेस टिकट: यात्री मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से पेपरलेस यात्रा टिकट, सीजन टिकट और प्लेटफार्म टिकट बुक कर सकता है और टिकट मोबाइल एप्लिकेशन में ही आ जायेगा। यात्री टिकट की हार्डकॉपी के बिना यात्रा कर सकता है। जब भी टिकट जांच कर्मचारी टिकट मांगता है, तो यात्री ऐप में 'टिकट दिखाएं' विकल्प का उपयोग करेगा।
* पेपरलेस टिकट बुक करने के लिए स्मार्टफोन जीपीएस सक्षम होना चाहिए।
* पेपरलेस टिकटों के निरस्तीकरण की अनुमति नहीं है।
* यात्रा पेपरलेस टिकट बुकिंग के एक घंटे के भीतर शुरू होनी चाहिए।
* सीजन टिकट मोबाइल एप्लिकेशन से जारी / नवीनीकृत किया जा सकता है और यह टिकट बुकिंग के अगले दिन से मान्य होगा। सीजन टिकट को जारी/नवीनीकरण के लिए जीपीएस की कोई ज़रूरत नहीं है।
* प्लेटफार्म टिकट भी मोबाइल एप्लिकेशन से बुक किया जा सकता है।
* यदि यात्री मोबाइल पर टिकट दिखाने में असफल होता है तो उसे टिकट रहित यात्रा माना जाता है।
पेपर टिकट: यात्री मोबाइल ऐप के माध्यम से टिकट बुक कर सकता है। टिकट की बुकिंग पर, उसे अन्य टिकट विवरणों के साथ बुकिंग आईडी मिल जाएगी। बुकिंग विवरण बुकिंग इतिहास में भी उपलब्ध होंगे। बुकिंग आईडी को एक एसएमएस के माध्यम से भी बताया जाएगा।
पेपर टिकट बुकिंग करने के बाद, यात्री अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर और बुकिंग आईडी दर्ज करके, यात्रा के प्रारम्भिक (स्रोत) स्टेशन पर जाकर किसी भी ए.टी.वी.एम. से प्रिंट ले सकता है । यात्रा केवल मुद्रित टिकट के साथ मान्य है ।
पेपर टिकट के निरस्तीकरण टिकट मुद्रित होने के बाद काउंटर पर अथवा मुद्रित होने से पहले एप के माध्यम से किया जा सकता है । दोनों मामलों में, निरस्तीकरण शुल्क लागू होगा ।
पेपर टिकट प्रिंट होने के एक घंटे के भीतर यात्रा शुरू होनी चाहिए।
10. विस्तृत सहायता के लिए, वेबसाइट "https://www.utsonmobile.indianrail.gov.in" पर जाएं।
मण्डल रेल प्रबंधक उत्तर रेलवे, लखनऊ, संजय त्रिपाठी ने अवगत कराया कि यू.टी.एस एप के प्रति यात्रियों को जागरूक करने हेतु अभियान चलाकर यात्रियों को जागरूक किया जा रहा हैं साथ ही आपने बताया की इस एप को डाउनलोड करना आसान हैं l एप से टिकट स्टेशन परिसर से 20 मीटर दूरी से बुक किया जा सकता है l एप में मौजूद रेलवे वैलेट को ऑनलाइन के साथ यू.टी.एस काउंटर पर रिचार्ज किया जा सकता है l
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