उत्तर प्रदेश का पहला सरकारी अस्पताल, जिसमें वाईफाई चालित आरवीजी मशीन की सुविधा शुरू
लखनऊ(अपवा न्यूज़) दिनांक 22 जुलाई, 2019 : बलरामपुर अस्पताल उत्तर प्रदेश का पहला सरकारी अस्पताल हो गया है जहां दांत के उपचार के लिए वाईफाई से चलने वाली अत्याधुनिक आरवीजी मशीन लग गयी है। इसका उद्घाटन सोमवार को हुआ। इस सुविधा के शुरू होने से यहां की सुपरस्पेशियलिटी डेन्टल यूनिट में अब एक समय से छह मरीजों के उपचार में इसका उपयोग आसानी से किया जा सकेगा। इसकी सुविधा के लिए मरीजों से कोई चार्ज नहीं लिया जायेगा।
यह जानकारी देते हुए अस्पताल के निदेशक डॉ राजीव लोचन ने बताया कि अस्पताल की सुपर स्पेशियलिटी डेंटल यूनिट में छह डेंटल चेयर हैं जिन पर मरीजों के दांतों का उपचार किया जाता है। उन्होंने बताया कि आरवीजी मशीन मल्टी परपज होती है इसकी मदद से स्क्रीन पर इमेज दिखायी देती रहती है जिसे देखकर चिकित्सक पता लगा लेता है कि दांत की पोजीशन क्या है। यानी दांत कहां तक खराब है, खराबी हड्डी तक पहुंची है या नहीं, कैविटी कितनी है आदि।
उन्होंने बताया कि यही नहीं दांतों में रूट कैनाल या अन्य प्रॉसेस करते समय भी कई बार डिजिटल एक्सरे जैसी जांच की जरूरत पड़ती है जिससे दिख सके कि कहां तक प्रॉसेसिंग की जा चुकी है। ऐसी स्थिति में इस आरवीजी मशीन के आ जाने से अब एक साथ छह मरीजों का रूट कैनाल, इम्प्लांट या कोई भी प्रोसेसिंग हो रही है, उस समय जिस मरीज के लिए इसकी जरूरत होगी, वहां तक यह आसानी से इस्तेमाल की जा सकेगी, क्योंकि यह वाईफाई से चलती है इसलिए इसमें तार न होने के कारण इसका मूवमेंट करना बहुत आसान है।
यह जानकारी देते हुए अस्पताल के निदेशक डॉ राजीव लोचन ने बताया कि अस्पताल की सुपर स्पेशियलिटी डेंटल यूनिट में छह डेंटल चेयर हैं जिन पर मरीजों के दांतों का उपचार किया जाता है। उन्होंने बताया कि आरवीजी मशीन मल्टी परपज होती है इसकी मदद से स्क्रीन पर इमेज दिखायी देती रहती है जिसे देखकर चिकित्सक पता लगा लेता है कि दांत की पोजीशन क्या है। यानी दांत कहां तक खराब है, खराबी हड्डी तक पहुंची है या नहीं, कैविटी कितनी है आदि।
उन्होंने बताया कि यही नहीं दांतों में रूट कैनाल या अन्य प्रॉसेस करते समय भी कई बार डिजिटल एक्सरे जैसी जांच की जरूरत पड़ती है जिससे दिख सके कि कहां तक प्रॉसेसिंग की जा चुकी है। ऐसी स्थिति में इस आरवीजी मशीन के आ जाने से अब एक साथ छह मरीजों का रूट कैनाल, इम्प्लांट या कोई भी प्रोसेसिंग हो रही है, उस समय जिस मरीज के लिए इसकी जरूरत होगी, वहां तक यह आसानी से इस्तेमाल की जा सकेगी, क्योंकि यह वाईफाई से चलती है इसलिए इसमें तार न होने के कारण इसका मूवमेंट करना बहुत आसान है।
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