ट्रान वान टयू ने श्री के वी एपन से मुलाकात की, ई-गवर्नेंस में भारत-वियतनाम के सहयोग पर चर्चा हुई
ट्रान वान टयू, सदस्य, सेंट्रल पार्टी कमिटी और संगठन के लिए पार्टी की केंद्रीय संगठन के उप प्रमुख ने, के. वी. इयपन, प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग के सचिव से मुलाकात की और ई-गवर्नेंस के मुद्दे पर भारत-वियतनाम के सहयोग पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।
वियतनाम के 8 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे श्री ट्रान वान टयू ने भारत में प्रशासनिक सुधार की नीतियों पर चर्चा की। उन्होंने सार्वजनिक शिकायत निवारण तंत्रों को अपनाने पर भी चर्चा किया। श्री के. वी. इयपन ने श्री ट्रान वान टयू को सरकार की "न्यूनतम सरकार-अधिकतम शासन" वाली नीति के बारे में जानकारी प्रदान की, जिसमें डिजिटलाइजेशन पद्धतियों को अपनाकर, सरकार के साथ नागरिकों के जुड़ाव को आसान बनाया दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक सुधार विभाग द्वारा प्रत्येक वर्ष ई-गवर्नेंस नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाता है, जिसमें सामान्य लोग को प्रदान किए जाने वाली सेवाओं के मापदंड में सुधार के आधार पर ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ नवाचारों को सम्मानित किया जाता है। इस वर्ष, पुरस्कार पाने वालों में "उमंग" नामक एक मोबाइल एप्लिकेशन भी शामिल था, जिसमें कई प्रकार के डिजिटल सेवाओं की मेजबानी की गई थी। डीएआरपीजी सचिव ने कहा कि भारत के ई-गवर्नेंस मॉडल के द्वारा यहां पर भ्रष्टाचार में कमी किया गया है और शासन प्रणालियों में पारदर्शिता लाने में कामयाबी की प्राप्ति हुई है। दोनों अधिकारियों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि भारत और वियतनाम के लिए ई-गवर्नेंस व्यवस्थाओं को अपनाना आवश्यक है।
श्री ट्रान वान टयू ने कहा कि आज की चर्चाओं के निरंतरता को एकरूपता प्रदान करते हुए, ई-गवर्नेंस के नए दृष्टिकोणों का अध्ययन करने और उसके लिए आगे सहयोग को विकसित करने के लिए वियतनामी अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल को भारत भेजा जाएगा।
इस बैठक में, डीएआरपीजी में अतरिक्त सचिव, श्री वी. श्रीनिवास, विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण और भारत में वियतनाम के राजदूत उपस्थित भी थे।
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