आम महोत्सव को प्रदर्शनी तक सीमित न करके आम उत्पादन के क्षेत्र को विस्तारित करने पर शोध करें - राज्यपाल

लखनऊ: 23 जून, 2019 उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित  ‘उत्तर प्रदेश आम महोत्सव 2019’ में आम उत्पादकों को पुरस्कार देकर महोत्सव का समापन किया। इस अवसर पर उद्यान, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री श्री दारा सिंह चैहान, प्रमुख सचिव उद्यान श्री अमित मोहन प्रसाद, मण्डलायुक्त लखनऊ श्री अनिल गर्ग, निदेशक उद्यान श्री आर0पी0 सिंह सहित बड़ी संख्या में आम उत्पादक व आम प्रेमी उपस्थित थे। महोत्सव का आयोजन उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, पर्यटन विभाग एवं उत्तर प्रदेश राज्य उत्पादन मण्डी विभाग के सहयोग से किया गया था। राज्यपाल ने इस अवसर पर आयोजित आम प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
राज्यपाल ने कहा कि आम महोत्सव को प्रदर्शनी तक सीमित न करके आम उत्पादन के क्षेत्र को विस्तारित करने पर शोध करें। उत्तर प्रदेश में आम का अच्छा उत्पादन होता है, इसके व्यवसायिक उपयोग पर विचार करें। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की आय को दोगुना करने की बात कही है। राष्ट्रपति ने राज्यपालों के सम्मेलन में किसानों की आय दोगुना करने के लिये एक समिति का गठन किया था जिसके वे अध्यक्ष भी हैं। इस दृष्टि से फल उत्पादकों की आय कैसे दोगुनी हो, इस पर विचार-विनिमय करने की आवश्यकता है। गुणवत्ता और इच्छाशक्ति निर्माण करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि ‘हो सकता है और कर सकते हैं’, की भूमिका में संकल्प लें।
श्री नाईक ने कहा कि आम से उत्तर प्रदेश की पहचान बन सकती है। उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा प्रदेश हैं जहाँ विस्तार की बहुत संभावनाएं हैं। संभावनाओं का लाभ उठाने का अवसर तलाशें। महाराष्ट्र के हापुस आम का पूरे विश्व में बाजार है। मलिहाबाद की दशहरी की भी उसी प्रकार मार्केटिंग करने की जरूरत है। प्रदेश में विभिन्न प्रजातियों एवं स्वाद के आम की बागवानी हो रही है। लखनऊ की गंगा-जमुनी तहजीब जैसे पूरे विश्व में विख्यात है उसी प्रकार दशहरी भी अपनी मिठास और सुगंध से उत्तर प्रदेश का नाम रोशन कर रही है। आम की खेती कुछ इस प्रकार हो कि प्रदेश के लोगों को भी आम खाने को मिले और निर्यात के माध्यम से विदेशी मुद्रा भी प्राप्त की जा सके। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की प्रदर्शनी उत्तर प्रदेश में बागवानी विकास का एक दृश्य है।
मंत्री श्री दारा सिंह चैहान ने कहा कि आम का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व है। आम के किसानों व आम क्रेताओं में बहुत उत्साह है। आम और आलू प्रदेश के ऐसे उत्पाद हैं जिसका लोग प्रयोग भी करते हैं और आय का स्रोत भी हैं। उन्होंने पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुये कहा कि आम विदेशी मुद्रा कमाने का एक अच्छा साधन है।
 राज्यपाल ने इस अवसर पर आम की विभिन्न प्रजाजियों के प्रदर्शन के लिये औद्योगिक परीक्षण एवं प्रशिक्षण केन्द्र काशीपुर उत्तराखण्ड, श्री कलीमुल्ला खाँ लखनऊ, अब्दुल्ला नर्सरी मलिहाबाद, श्री दीपक यादव काकोरी, श्री ओमेश अग्रवाल रामनगर उत्तराखण्ड को सम्मानित किया। आम की सर्वाधिक प्रजातियों के उत्कृष्ट प्रदेश हेतु श्री एस0सी शुक्ला को प्रथम, श्री उपेन्द्र सिंह को द्वितीय, श्री पंकज देव सिंह को तृतीय पुरस्कार के साथ निदेशक केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान को प्रशंसा पत्र प्रदान किया। राज्यपाल ने इस अवसर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्श दशहरी प्रजाति के प्रदर्शन के लिये मोहम्मद इकबाल अहमद को रूपये 11,000 का पुरस्कार तथा आम से बने उत्पादों के लिये विभिन्न व्यक्तियों और संस्थाओं को भी सम्मानित किया।

Comments

मुख्य समाचार

योगी आदित्यनाथ के मंत्रिपरिषद के महत्वपूर्ण निर्णय

राज्यपाल से मिले प्रशिक्षु आई0पी0एस0 अधिकारी..

वर्षांत समीक्षा 2018 - मानव संसाधन विकास मंत्रालय