मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा पंचवर्षीय विजन योजना ‘’शिक्षा गुणवत्‍ता उन्‍नयन एवं समावेशन कार्यक्रम (ईक्‍यूयूआईपी)’’ को अंतिम रूप दिया गया एवं जारी किया गया

प्रत्‍येक मंत्रालय के लिए एक पंचवर्षीय विजन योजना को अंतिम रूप देने के प्रधानमंत्री के निर्णय के अनुरूप, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के उच्‍चतर शिक्षा विभाग ने एक पंचवर्षीय विजन योजना ‘’शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन एवं समावेशन कार्यक्रम (ईक्यू यूआईपी)’’ को अंतिम रूप दिया एवं जारी किया है। विशेषज्ञों द्वारा निम्‍नलिखित 10 क्षेत्रों को शामिल करते हुए एक विस्‍तृत प्रक्रिया के बाद यह रिपोर्ट तैयार की गई है :
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समूह संख्‍यासमूह फोकसअध्‍यक्ष
समूह 1पहुंच विस्‍तारित करने के लिए कार्यनीतियांश्री हसमुख अधियाकुलाधिपतिकेन्‍द्रीय विश्‍वविद्यालय गुजरात
समूह 2वैश्विक सर्वश्रेष्‍ठ शिक्षण/ अध्‍ययन प्रक्रिया की दिशा मेंडॉ. के कस्‍तूरीरंगनकुलाधिपतिराजस्‍थान केन्‍द्रीय विश्‍वविद्यालय एवं अंतरिक्ष विभाग के पूर्व सचिव इसरो के पूर्व अध्‍यक्ष 
समूह 3उत्‍कृष्‍टता को बढ़ावा देनाश्री पवन गोयनकाअध्‍यक्षबी. ओ. जी.आई. आई. टी. मद्रास
समूह 4शासन सुधारप्रो. एम एस अनन्‍तअध्‍यक्ष राष्‍ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए)
समूह 5आकलनप्रत्‍यायन एवं रैंकिंग प्रणालीप्रो. सुरेन्‍द्र प्रसादपूर्व निदेशकआई.आई. टी दिल्‍ली
समूह 6अनुसंधान एवं नवोन्‍मेषण को बढ़ावा देना डॉ. विजय राघवनप्रधानमंत्री के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार
समूह 7रोजगारपरकता एवं उद्यमशीलता श्री अजीत बालाकृष्‍णनपूर्व अध्‍यक्ष, आई. आई. एम कोलकाता
समूह 8बेहतर पहुंच के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करनाप्रो. दीपक पाठकअध्‍यक्ष, एन आई टी गोवा एवं प्रो. आई आई टी बोम्‍बे
समूह 9अंतरराष्‍ट्रीयकरणश्री अमिताभ कांतसीईओनीति आयोग
समूह 10उच्‍चतर शिक्षा का वित्‍त पोषणश्री क्रिस गोपालकृष्‍णनपूर्व सीईओइन्‍फोसिस

2. वरिष्‍ठ शिक्षाविदोंप्रशासकों एवं उद्योगपतियों से निर्मित 10 विशेषज्ञ समूहों ने 50 से अधिक पहलों का सुझाव दिया है जो उच्‍चतर शिक्षा क्षेत्र को पूर्ण रूप से रूपांतरित कर देंगे। समूहों ने उच्‍चतर शिक्षा क्षेत्रों के लिए निम्‍नलिखित लक्ष्‍यों को निर्धारित किया है :
  1. उच्‍चतर शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात (जीईआर) को दोगुना करना और भारत में उच्‍चतर शिक्षा संस्‍थानों तक भौगोलिक एवं सामाजिक सुविधा में विषमता का समाधान करना।  
  2. शिक्षा की गुणवत्‍ता का वैश्विक मानदंडों तक उन्‍नयन करना।
  3. कम से कम 50 भारतीय संस्‍थानों को शीर्ष-1000 वैश्विक विश्‍वविद्यालयों के बीच स्‍थापित करना।
  4. सु-प्रशासित परिसरों के लिए उच्‍चतर शिक्षा में शासन सुधार लागू करना।
  5. गुणवत्‍ता के एक आश्‍वासन के रूप में सभी संस्‍थानों का प्रत्‍यायन।
  6. ज्ञान सृजन के मामलों में विश्‍व में शीर्ष तीन देशों में भारत को स्‍थापित करने के लिए अनुसंधान एवं नवोन्‍मेषन प्रणालियों को बढ़ावा देना।
  7. उच्‍चतर शिक्षा उत्‍तीर्ण करने वाले छात्रों की रोजगारपरकता को दोगुना करना।
  8. अध्‍यापन कला की पहुंच को विस्‍तारित करने एवं उन्‍नयन के लिए शिक्षा प्रौद्योगिकी का दोहन करना।
  9. भारत को एक वैश्विक अध्‍ययन गंतव्‍य के रूप में बढ़ावा देना।
  10. उच्‍चतर शिक्षा में निवेश की मात्रा में वृद्धि अर्जित करना।      
3.      प्रत्‍येक पहल के लिएसमूहों ने कार्यान्‍वयनोंनिवेशों एवं समय सीमाओं के लिए तौर-तरीकों की अनुशंसा की है। इस प्रस्‍ताव पर अब अनुमोदन के लिए कैबिनेट के समक्ष प्रस्‍तुत करने से पूर्व ईएफसी तंत्र के जरिए अंत: विभागीय परामर्शों एवं मूल्‍यांकनों के लिए विचार किया जाएगा।       

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