बदहाल फूलपुर राजा गांव एक अदद सड़क बनाम तिहत्तर साल

बिस्कोहर सिद्धार्थनगर अंतर्गत फूलपुर राजा ग्राम सभा सड़क को लेकर काफी बदहाल नजर आ रहा है।
 पिछले कई दशकों से कई सरकारें आयी गयी । पर इस गाँव को न सड़क मिली और न ही कोई अन्य सुविधा कहते है की विकास एक सतत प्रकिर्या है । लेकिन ये अब सडा हुआ प्रकिर्या लग रहा है । जो कि कागजों में सिमट कर रह गया है।
अस्सी के दशक तक लगभग कांग्रेस की सरकारें और विधायक संसद थे। तब किया वादा हमे नहीं पता क्योंकि वो जन्म से पहले की बात है परन्तु जबसे थोड़ा समझने लायक हुए तो देखा और सुना एक नारा बड़ा पॉपुलर था सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय सर्वजन का हित हुआ या नहीं लेकिन फूलपुर राजा सुखाय(सूख)ज़रूर गया । चार बार सरकार थी फूलपुर राजा सन्नाटे में ही था ।
फिर काम बोलता है युग आया इस युग में आधा अधूरा काम हुआ थोड़ी बहुत सड़क बनी वो भी महीने बाद उखड़ने लगी और गड्ढे में बदल 
हो गयी हाँ शिलापट्ट बड़े मज़बूत थे आज भी गड़े हुए हैं। फोटो में देख सकते हैं काम बोलता है या झूठ बोलता है । ये उसकी नियत जाने परन्तु दिखाई तो सिर्फ झूठ ही रहा है।
बीच में ग्रामीणों ने बहुत कोशिश की कि रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा भी दिया लेकिन किसी भी राजनेता के कान तक जू नहीं रेगा।
अभी शून्य से शिखर की ओर का मामला चल रहा है। धरना प्रदर्शन मांग आश्वाशन सब दो सालों से निरंतर चल रहा है । सभी एक दुसरे के सर पर टोपी सरका रहे हैं। सब मिला कर फूलपुर राजा अभी शून्य से सन्नाटे में चला गया है । बाकी ऐसे ही गांव वालों का दिन कट ही गया है l 

इस स्वर्ग रुप में पहुंचाने वाले शिल्पकार समोसा भक्षियों का भी हार्दिक आभार क्योंकि बिस्कोहर तिराहे से फूलपुर राजा तक गड्ढे जितने गहरे नहीं हैं। उससे ज़्यादा गहरे आप महान समोसा खोरों के पेट के गड्ढे हैं। जो कि एक एक चाय पर बिकते हैं।
विधायक व सांसद सांसद प्रतिनिधि भी कितनी पहल कर रहे हैं।
जो कि राजनेताओं की तत्परता को दर्शाती है।

अपवा संवाददाता - नसीम अहमद की रिपोर्ट

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