5 अगस्त कितना महत्पूर्ण,,, इस पल कों देखने वाला कितना सौभाग्यशाली है,,, बात है #रामलला जन्मभूमि की,,,,

5 अगस्त कितना महत्पूर्ण,,,
इस पल कों देखने वाला कितना सौभाग्यशाली है,,,
बात है #रामलला जन्मभूमि की,,,,

#1528 से लेकर 2019 तक,,,,
#1528 में मुगल शासक बाबर ने राम मंदिर के स्थान पर मस्जिद का निर्माण कराया,,,
#1853 में हिंदुओं ने आरोप लगाया भगवान राम के मंदिर को तोड़कर मस्जिद का निर्माण हुआ,,,
#1853 मैं पहली बार हिंदू, मुस्लिम में हिंसक झड़प हुई,
#1859 ब्रिटिश सरकार ने तारों की एक बार बना दी,, और दोनों समुदाय को अलग-अलग आंतरिक और बाय परिसर में प्रार्थना करने की इजाजत दे दी,,
#1885 में पहली बार मामला कोर्ट पहुंचा,,,,,
महंत रघुवर दास जी ने फैजाबाद कोर्ट में बाबरी मस्जिद से लगे एक राम मंदिर बनवाने की इजाजत मांगी,,,
#1949 में 50 हिंदू इकट्ठा होकर भगवान राम की मूर्ति स्थापित कर दी हिंदू समाज नियमित पूजा करने लगे,,,,

#23 दिसम्बर 1949 भगवान राम की पूजा शुरू हुई और नमाज बंद हो गया,
#16 जनवरी 1950 मैं गोपाल सिंह विशारद फैजाबाद की अदालत में एक अर्जी दाखिल की और पूजा अर्चना के लिए विशेष मांग की,,।
#5 दिसंबर 1 950 को महंत रामचंद्र दास ने हिंदू प्रार्थनाएं जारी रखने के लिए और बाबरी मस्जिद में राम मूर्ति रखने के लिए मुकदमा दायर कर दिया,,, उसी समय बाबरी मस्जिद का नाम ढांचा दिया गया, और बताया गया मंदिरों को तोड़कर ढांचे का निर्माण कराया गया,,,,
#17 दिसंबर 1959 को निर्मोही अखाड़ा ने विवादित स्थल पर अपना हस्तक्षेप करते हुए मुकदमा दायर कर दिया,,,, निर्मोही अखाड़ा ने कहा या स्थान हमें दे दिया जाए अब यहां मस्जिद नहीं रहेगा,,,,,

#18 दिसंबर 1961 सुन्नी बोर्ड ने अपना मालिकाना हक जताते हुए मुकदमा दाखिल कर कर दिया,,,
#1984 में विश्व हिंदू परिषद वीएचपी ने विशाल राम मंदिर निर्माण के लिए मांग रखी,,,
#1984 में बीएसपी ने एक समिति का गठन भी किया,,,
#1986 में जिला न्यायाधीश ने हिंदुओं को पूजा करने की इजाजत दे दी,, उसके बाद मंदिर का ताला खुला, लेकिन मुस्लिम समुदाय ने इसका विरोध किया,,,, और मुस्लिम एक्शन कमेटी का गठन किया जिसका नाम बाबरी मस्जिद एक्शन कमिटी हुआ,,,,

#जून 1989 को बीजेपी और वीएचपी ने मिलकर राम मंदिर आंदोलन को नया रूप दिया,

#1 जुलाई 1989 को रामलला विराजमान के संबंध में पांचवा मुकदमा फैजाबाद में दायर दायल होता है,,,।

#25 दिसंबर 1990 में बीजेपी के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने गुजरात के सोमनाथ से लेकर उत्तर प्रदेश अयोध्या तक रथ यात्रा निकाला जिसमें कई संप्रदायिक दंगे हुए,,,।

# 1990 में लालकृष्ण आडवाणी जी को बिहार के समस्तीपुर से गिरफ्तार कर लिया गया तत्कालीन वीपी सिंह की सरकार से बीजेपी ने समर्थन वापस ले लिया,,,
1991 में कल्याण सिंह की सरकार ने राम जन्मभूमि के 3 एकड़ भूमि को अपने अधिकार में लिया,,,।

#6 दिसंबर 1992 में हजारों कारसेवकों ने अयोध्या पहुंचकर बाबरी मस्जिद को तोड़ दिया,, देश में सांप्रदायिक दंगे भड़क गई,,,
#16 दिसम्बर 1992 में अब्राहम का गठन हुआ, लिब्रा हम का गठन तोड़फोड़ के लिए हुआ,,

#2002 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने अपने कार्यालय में अयोध्या विभाग शुरू किया जिसका कार था हिंदू मुसलमान का आपसी विवाद सुलझाना,,,,

#2003 में उच्च न्यायालय के आदेश पर पुरातत्व विभाग ने खुदाई चालू कर दी और मस्जिद के नीचे मंदिर होने का प्रमाण मिला,,,
#2007 में लिब्राहन कमेटी ने 17 साल बाद अपनी रिपोर्ट मनमोहन सिंह को पेश की,,

#28 दिसंबर 2010 को सर्वोच्च न्यायालय ने उच्च न्यायालय को विवादित मामले में फैसला देने से वाली याचिका पर रोक लगा दी,,,,

#30 दिसंबर 2010 को लखनऊ पीठ ने अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाया और 30 हिस्से में जमीन को बांट दिया जिसमें एक तिहाई में राम मंदिर, सुन्नी बोर्ड और निर्मोही अखाड़ा को दिया गया,,,

#2011 में सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद के फैसले पर रोक लगा दी,,,
#2016 में वादी हामिद अंसारी का निधन हो गया,,,।

#21 मार्च 2017 ने सुप्रीम कोर्ट ने आपसी सहमत से वाद विवाद सुलझाने की बात कही,,,.

#19 अप्रैल 2017 में बीजेपी और तमाम नेताओं पर आपराधिक केस चलाने का आदेश हुआ,,,,

#9 नवंबर 2019 को ऐतिहासिक फैसला आया,, राम जन्म लला वही विराजमान थे जिसमें उसी स्थान पर राम जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण किया जाए,,,

#5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा राम मंदिर का शिलान्यास,,,,।

सर्वजीत सिंह सूर्यवंशी
राष्ट्रीय अध्यक्ष
ऑल प्रेस एंड राईटर्स एसोसिएशन
प्रधान संपादक,
अपवा की नजर, अपवा न्यूज़
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