सुशासन और सुधारों से पंक्ति के अंतिम व्यक्ति को सशक्त होना चाहिएः उपराष्ट्रपति
उप-राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने आज नई दिल्ली में पावर कोरिडोर्स और पंचायती टाइम्स द्वारा स्थापित चैम्पियन ऑफ चेंज पुरस्कार 2018 प्रदान करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सुशासन और सुधारों का अंतिम लक्ष्य पंक्ति के अंतिम व्यक्ति को सशक्त बनाना है। शासन का अंतिम लक्ष्य यह होना चाहिए कि विकास की प्रक्रिया में ऐसे लोग शामिल हों।
उप-राष्ट्रपति ने कहा कि ‘अंत्योदय’ को एक दीर्घ प्रतीक्षित सपने अथवा प्रगति की ओर अग्रसर एक कार्य के स्थान पर दिन प्रतिदिन की वास्तविकता के रूप में कायम होना चाहिए। श्री नायडू ने ‘अंत्योदय’ के सपने को साकार करने के लिए नई प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करने, नवाचार को बढ़ावा देने और कौशल विकास की गति को तेज करने पर जोर दिया।
उप-ष्ट्रपति ने कहा कि विकास की किसी रणनीति तभी कारगर होगी जब यह सभी क्षेत्रों और सभी राज्यों में संतुलित विकास सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक आर्थिक प्रगति तक पहुंच कायम करने में मददगार हो।
श्री नायडू ने कहा कि चैम्पियन ऑफ चेंज पुरस्कार विश्व को भारत के सकारात्मक विकास के बारे में बताने का एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की कहानियों को बार-बार बताना महत्वपूर्ण है, जिन्होंने अपने लोगों की भलाई के लिए कड़ी मेहनत की।
उन्होंने कहा कि ऐसी कहानियां समाज में सकारात्मक बदलाव से जुड़ी योजनाओं के लिए काम करने के लिए लोगों का आहवान करेंगी और इसके लिए लोगों को प्रेरित करेंगी।
उपराष्ट्रपति ने भारत में एक सशक्त मीडिया है, जो विकास प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण हितधारक भी है। उन्होंने कहा कि यह समाचार देता है, परिदृश्य सामने रखता है, घटनाओं का विश्लेषण करता है, गड़बड़ियों का खुलासा करता है, भ्रष्टाचार को उजागर करता है और सामान्य रूप से कमियों के बारे में चर्चा करता है।
उप-राष्ट्रपति ने कहा कि चैम्पियन ऑफ चेंज पुरस्कार देश भर के लगभग 115 जिले के जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों, सांसदों, गैर-सरकारी संगठनों को मान्यता देता है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता, समर्पण, सृजनशील कार्यों और नवाचारों के माध्यम से अपने जिले में बदलाव लाने के लिए कार्य किया है।
इस अवसर पर भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री के.जी. बालाकृष्णन, सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्रीमती ज्ञान सुधा मिश्र, सी.बी.एफ.सी के पूर्व अध्यक्ष श्री पहलाज निहलानी, प्रसिद्ध पत्रकार डॉ. वेदप्रकाश वैदिक, पंचायती टाइम्स और पावर कोरिडोर के अध्यक्ष श्री नंदन झा, फिल्म अभिनेता श्री गोविन्दा और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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