पुलिस/आर्मी/रेलवे/सहकारी बैंक आदि विभागों में धोखाधड़ी करके अभ्यर्थियों से भर्ती कराने के नाम पर अनुचित लाभ कमाने वाले गिरोह के 02 सदस्य गिरफतार।
आज दिनाॅंक 27-12-2018 को एस0टी0एफ0, उ0प्र0 को विभिन्न विभागों में धोखाधड़ी करके अभ्यर्थियों से उनके दस्तावेज प्राप्त कर भर्ती कराने के नाम पर अनुचित लाभ कमाने वाले गिरोह के सरगना सहित 02 सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई।
विगत कई दिनों से विभिन्न विभागों में कतिपय व्यक्तियों द्वारा अभ्यर्थियों से अनुचित लाभ कमाने के लिए भर्ती कराने के नाम पर पैसा वसूलने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनाऐं प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में श्री अभिषेक सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 लखनऊ, द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 फील्ड यूनिट नोएडा को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था, इसी क्रम में श्री दिनेश सिंह अपर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन एवं श्री राज कुमार मिश्रा, पुलिस उपाधीक्षक, श्री विनोद सिंह सिरोही, पुलिस उपाधीक्षक एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई, नोएडा के नेतृत्व में टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया।
अभिसूचना संकलन के दौरान एस0टी0एफ0 की नोएडा टीम को सूचना प्राप्त हुई कि पुलिस/सेना/गु्रप-डी आदि विभिन्न विभागों में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का सरगना अपने साथी से आज जनपद बिजनौर के थाना सिवाला कला क्षेत्र में रतनगढ बस अडडे के पास मिलेगा। इस सूचना को विकसित करने के उपरान्त एस0टी0एफ0 की टीम द्वारा गन्तव्य स्थान पर समय से पहॅुचकर घेराबन्दी करके उपरोक्त गिरोह के सरगना शैलेन्द्र मलिक उर्फ सूरज मलिक को उसके साथी वीरेन्द्र के साथ रतगढ़ बस अड्डा के पास थाना क्षेत्र सिवाला कला जनपद बिजनौर से समय लगभग 07.30 बजे गिरफ्तार किया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त शैलेन्द्र मलिक उर्फ सूरज मलिक ने पूछताछ पर बताया कि वह अपने साथी वीरेन्द्र के साथ मिलकर विभिन्न विभाग की भर्तियों में भाग लेने वाले युवक/युवतियों अथवा उनके परिजनों को बहला-फुसलाकर भर्ती कराने के नाम पर धोखे से पैसा हड़प लेता है और यह पैसा अलग-अलग भाग एवं अभ्यर्थी की आर्थिक स्थिति के हिसाब से 03 लाख से लेकर 05 लाख रूपये तक का होता था। यह भी बताया कि उसका साथी वीरेन्द्र भर्ती होने वाले अभ्यर्थियों अथवा उनके परिजनों को उसके पास लेकर आता था। पूछताछ के उपरान्त यह भी ज्ञात हुआ कि यह लोग एक विभाग से सम्बन्धित 25 से 50 युवक/युवतियों से पैसा लेे लेते थे और उनमें से जो अभ्यर्थी स्वयं ही भर्ती हो जाते थे उनका पैसा वह रख लेते थे तथा बाकी अभ्यथियों का पैसा हड़प लेते थेे
अभिसूचना संकलन के दौरान एस0टी0एफ0 की नोएडा टीम को सूचना प्राप्त हुई कि पुलिस/सेना/गु्रप-डी आदि विभिन्न विभागों में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का सरगना अपने साथी से आज जनपद बिजनौर के थाना सिवाला कला क्षेत्र में रतनगढ बस अडडे के पास मिलेगा। इस सूचना को विकसित करने के उपरान्त एस0टी0एफ0 की टीम द्वारा गन्तव्य स्थान पर समय से पहॅुचकर घेराबन्दी करके उपरोक्त गिरोह के सरगना शैलेन्द्र मलिक उर्फ सूरज मलिक को उसके साथी वीरेन्द्र के साथ रतगढ़ बस अड्डा के पास थाना क्षेत्र सिवाला कला जनपद बिजनौर से समय लगभग 07.30 बजे गिरफ्तार किया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त शैलेन्द्र मलिक उर्फ सूरज मलिक ने पूछताछ पर बताया कि वह अपने साथी वीरेन्द्र के साथ मिलकर विभिन्न विभाग की भर्तियों में भाग लेने वाले युवक/युवतियों अथवा उनके परिजनों को बहला-फुसलाकर भर्ती कराने के नाम पर धोखे से पैसा हड़प लेता है और यह पैसा अलग-अलग भाग एवं अभ्यर्थी की आर्थिक स्थिति के हिसाब से 03 लाख से लेकर 05 लाख रूपये तक का होता था। यह भी बताया कि उसका साथी वीरेन्द्र भर्ती होने वाले अभ्यर्थियों अथवा उनके परिजनों को उसके पास लेकर आता था। पूछताछ के उपरान्त यह भी ज्ञात हुआ कि यह लोग एक विभाग से सम्बन्धित 25 से 50 युवक/युवतियों से पैसा लेे लेते थे और उनमें से जो अभ्यर्थी स्वयं ही भर्ती हो जाते थे उनका पैसा वह रख लेते थे तथा बाकी अभ्यथियों का पैसा हड़प लेते थेे
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