राज्यपाल ने रैतिक पुलिस परेड का निरीक्षण किया
लखनऊः 27 दिसम्बर, 2018 उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज वार्षिक पुलिस सप्ताह के अवसर पर पुलिस लाइन में आयोजित रैतिक पुलिस परेड का निरीक्षण किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा, महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, मंत्रिमण्डल के सदस्यगण, मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय, पुलिस महानिदेशक श्री ओ0पी0 सिंह, प्रदेश पुलिस के पूर्व महानिदेशक, अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस के अधिकारीगण एवं पुलिस के जवान उपस्थित थे। इस अवसर पर राज्यपाल ने शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये उनके परिजनों एवं आश्रितों को विश्वास दिलाया कि सरकार उनकी सुरक्षा एवं देखभाल के लिये सदैव कार्य करेगी।
राज्यपाल ने कहा कि आबादी की दृष्टि से सबसे बड़ा प्रदेश होने के कारण उत्तर प्रदेश में पुलिस बल का कार्य एवं दायित्व और अधिक बढ़ जाता है। कानून एवं व्यवस्था का मुद्दा बहुत महत्वपूर्ण होता है। पुलिस बल अपने सीमित संसाधनों, कठोर परिश्रम, अनुशासन एवं कर्तव्यनिष्ठा से कानून व्यवस्था के साथ-साथ आतंकवाद एवं नक्सलवाद जैसी चुनौतियों पर प्रभावी नियंत्रण बनाता है। अपराधियों के विरूद्ध जीरो टालरेन्स नीति की सराहना करते हुये राज्यपाल ने कहा कि मौजूदा समय में प्रदेश में कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है जिसका परिणाम है कि 11,981 अपराधियों ने आत्मसमर्पण किया है तथा 69 अपराधी मुठभेड़ में मारे गये हैं। 16,876 व्यक्तियों पर गैंगस्टर एक्ट तथा 281 व्यक्तियों पर एन0एस0ए0 के तहत कार्यवाही की गयी है। उन्होंने कहा कि पुलिस बल की त्वरित कार्यवाही से संगठित अपराध में और प्रभावी नियंत्रण आ सकता है।
श्री नाईक ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा के लिये एण्टी रोमियो स्क्वायड एवं वूमेन पावर लाइन 1090 अच्छा कार्य कर रही है। 01 जनवरी से 30 नवम्बर, 2018 तक कुल 2,48,172 शिकायतंे दर्ज की गये जिनमें 90 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण किया गया। प्रदेश में एस0टी0एफ0 द्वारा भी अपराधियों पर अंकुश लगाने का सराहनीय कार्य किया गया है। 1,018 कुख्यात एवं इनामी अपराधियों को गिरफ्तार कर 376 अवैध शस्त्र बरामद किये गये हैं। मादक पदार्थों के 76 एवं वन्यजीव के 44 तस्करों को कार्यवाही कर गिरफ्तार किया गया है। साइबर क्राइम की दिशा में भी प्रदेश में विशेष कार्य किया जा रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था के सुधरने के कारण ही माह फरवरी में सम्पन्न हुये इंवेस्टर्स समिट में रूपये 4.28 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुये है। उत्तर प्रदेश में निवेशकों के अनुकूल माहौल बनने से प्रदेश में विकास का महामार्ग खुला है। राज्यपाल ने इलाहाबाद को उसका नाम प्रयागराज पुनःस्थापित करने में प्रसन्नता व्यक्त करते हुये कहा कि सैकड़ों वर्ष बाद प्रयागराज में कुम्भ का आयोजन हो रहा है। कुम्भ 2019 में राज्य सहित देश एवं विदेश से 14-15 करोड़ श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के आने का अनुमान है। ऐसे में पुलिस बल पर कुम्भ की सुरक्षा व्यवस्था का भी महत्वपूर्ण दायित्व है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कुम्भ 2019 की सुरक्षा एवं अन्य व्यवस्था देखकर प्रसन्नता व्यक्त की थी।
श्री नाईक ने वर्ष 2013 में कुम्भ में हुई भगदड़ पर जांच आयोग की रिपोर्ट का उल्लेख करते हुये बताया कि जांच रिपोर्ट को केन्द्रीय गृह मंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं तीन अन्य स्थानों की प्रदेश सरकार को भेजा गया था जहाँ कुम्भ का आयोजन होता है। नासिक में सकुशल एवं सफल कुम्भ का आयोजन हुआ, वहाँ भी जांच आयोग की रिपोर्ट को भेजा गया था। प्रदेश सरकार ‘दिव्य कुम्भ’, ‘भव्य कुम्भ’, एवं ‘सुरक्षित कुम्भ’ के आयोजन के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में आयोजित कुम्भ के सफल, भव्य एवं सुरक्षित आयोजन हेतु रिपोर्ट का लाभ उठाना चाहिये।
राज्यपाल ने कहा कि पुलिस का सिपाही जनता के लिये सरकार का दिखाई देने वाला चेहरा होता है। आम आदमी पुलिस के व्यवहार के आधार पर अपनी राय बनाते हैं। पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी स्वयं को भ्रष्टाचार से मुक्त रखें। राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्र को पुलिस से बहुत अपेक्षाएं होती है। वर्तमान में अपराध प्रदेश तक सीमित नहीं है, अपराधियों द्वारा संगठित अपराध किया जा रहा है। ऐसे में देश भर की पुलिस में सूचनाओं के आदान-प्रदान की त्वरित व्यवस्था एवं तंत्र हो। महाराष्ट्र जो उत्तर प्रदेश की तुलना में छोटा है का उदाहरण देते हुये राज्यपाल ने सुझाव दिया कि महाराष्ट्र एवं देश अन्य राज्यों की तरह प्रदेश के भी बड़े महानगरों जैसे लखनऊ, कानपुर एवं गाजियाबाद में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने पर सरकार विचार करें।
इस अवसर पर राज्यपाल ने श्री राजेश कुमार पाण्डेय, श्री अभय कुमार, श्री एच0आर शर्मा, श्री राकेश चन्द्र साहू, श्री जवाहर, श्री राघवेन्द्र सिंह चैहान, श्री रमन पालन सिंह, श्री रमाकान्त पाण्डेय, श्री शान्ति स्वरूप, श्री नरेश पाल सिंह तथा श्री सतेन्द्र पाल सिंह को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया। रैतिक परेड में आर0आर0एफ0, महिला पुलिस, पी0ए0सी0 नागरिक पुलिस, सशस्त्र पुलिस, जी0आर0पी0, अग्नि शमन सेवा, यातायात पुलिस, ए0टी0एस0, अश्वारोही दल, मोटर साइकिल दस्ता, पुलिस दूरसंचार व अन्य ने सहभाग किया।
Comments