आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई चेन को बनाये रखने में व्यापारियों ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई- राज्यपाल

राज्यपाल ने गुजरात में मुख्यमंत्री रहते हुये अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि उन्होंने महिलाओं को उद्योग, व्यवसाय एवं स्वयं सहायता समूह स्थापित करने में आर्थिक सहायता एवं सहूलियतें प्रदान करने के उद्देश्य से जेन्डर बजट का प्रावधान किया था। इसके अन्तर्गत महिलाओं द्वारा संचालित दुग्ध मण्डियों हेतु स्वयं का सुविधायुक्त सेन्टर बनाने के लिये 300 स्कावयर यार्ड भूमि तथा मकान बनाने के लिये 5 लाख रूपये का लोन सहायता स्वरूप प्रदान करने के साथ मिल्क सेन्टरों को ‘ब्लक मिल्क कूलर’ और ‘मिल्किंग मशीन’ के लिये भी सहायता दी जाती थी। पूरे गुजरात में सखी मण्डलों की रचना की, जिसके माध्यम से महिलाओं को बैकों के साथ जोड़कर सस्ती ब्याज दर पर ऋण दिलाकर खुद का कार्य शुरू करवाया।
श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि महिलाओं एवं गरीब लोगों की सहायता कर काम शुरू करवाने से उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। कोरोना के इस संकट में नारी शक्ति का मनोबल कम नहीं हुआ और उन्होंने यह सिद्ध कर दिया है कि वे कोई भी दायित्व अथवा कार्य करने में सक्षम हैं। लाॅकडाउन के कारण हमारे उद्योग-धंधों एवं दिनचर्या पर जो प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, उससे पार पाने में कुछ वक्त जरूर लगेगा। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग एवं धैर्य से इस बुरे वक्त से शीघ्र ही देश उबर सकेगा।
इस अवसर पर कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी0सी0 भरतिया, महामंत्री श्री प्रवीण खंडेलवाल, कैट मध्य प्रदेश के अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र जैन, व्यपारीगण, महिला उद्यमी तथा अन्य महानुभाव वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे।
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