क्वारन्टीन सेंटर पर मां की ममता की हो रही परीक्षा
मिर्जापुर । शास्त्रों, साहित्य के ग्रन्थों और घर-परिवार तथा समाज में प्रत्यक्षत: दिखाई पड़ती मां की ममता की एक दास्तां निर्दयी कोरोना के चलते विंध्याचल स्थित CHC क्वारन्टीन सेंटर पर सुनने को मिली । जहां अबोध बच्चे के सिरहाने बैठकर एक माँ खुद की जगह बेटे को बचाने की मनौती मांग रही है ।
कछवा के पीर खां वार्ड की इस मां का पीर (दर्द) हूबहू न बयान किया जा सकता है और न लिखा जा सकता है ।
मामला यह है कि मुंबई से परिवार के एक सदस्य के निधन पर आयोजित त्रयोदशी कार्यक्रम में आए एक यादव परिवार के 14 लोगों में 7 पॉजिटिव आ गए थे । इस परिवार पर मां विंध्यवासिनी की कृपा होती गई और 6 पॉजिटिव से निगेटिव होते गए । इसी परिवार का एक 5 साल के एक बच्चे की रिपोर्ट 26 मई तक नहीं आ सकी । जबकि मां की रिपोर्ट पॉजिटिव से निगेटिव की रिपोर्ट इसी दिन आ गई । इसके पहले दादी और पिता की निगेटिव आई थी तो इन्हें मुक्त कर दिया गया ।
26 मई को मां की रिपोर्ट निगेटिव आई तो माँ की ममता जहां आड़े आने लगी कि वह बच्चे को छोड़कर जा नहीं सकती वहीं डॉक्टरों की समस्या कि इतना छोटा बालक अकेले तो रह भी नहीं पाएगा तथा डर भी जाएगा लिहाजा डॉक्टरों ने मां को बच्चे के साथ रहने की अनुमति दे दी । मां को खाना-पीना कुछ भा नहीं रहा है । वह सिर्फ भगवान से बच्चे की अनुकूल रिपोर्ट जल्द आने की प्रार्थना कर रही है ।
मां की प्रबल ममता को देख जिले के धर्मनिष्ठ लोग भी उसकी मनौती पूरी करने की प्रार्थना मां विंध्यवासिनी से करते देखे गए ।
अनूप कुमार सोनी
ब्यूरो चीफ
मिर्ज़ापुर
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