रमजान के 30 रोजा रखने के बाद रक्तदान करके इस मुस्लिम युवक ने पेश की एक मिसाल

गोरखपुर। वैश्विक महामारी कोरोना के इस दौर में जहां पर पृथ्वी पर रहने वाले लोगों का जीवन थम सा गया है वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो आज भी समाज के दिन निरंतर लगे हुए हैं। इसी कड़ी में ऐतिहासिक गुरुद्वारा गुरु नानक देव जटाशंकर तथा गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय ब्लड बैंक के द्वारा पांचवें पात्तशाह श्री गुरु अरजन देव जी की शहीदी पर्व पर एक लंगर वितरण तथा रक्तदान शिविर का आयोजन धर्मशाला पुलिस चौकी के पास किया गया।
इस अवसर पर गोरखपुर शहर के युवा समाजसेवी एवं शायर मिन्नत गोरखपुरी रक्तदान करके एक मिसाल पेश की है साथ ही साथ मानवता से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता इसका संदेश दिया है इसी कड़ी में मिन्नत गोरखपुरी ने 28 वीं बार रक्तदान किया। रमजान की पवित्र माह में पूरे 30 दिनों के रोजे रखने के तुरंत बाद मिन्नत गोरखपुरी ने रक्तदान करके एक मिसाल पेश की है और इसकी चारों तरफ प्रशंसा की जा रही है।
गुरुद्वारा जटाशंकर के अध्यक्ष सरदार जसपाल सिंह ने कहा कि इस तरह के युवाओं से समाज को प्रेरणा लेनी चाहिए जो आगे आकर हम सब को मानवता का पाठ पढ़ा रहे हैं और निरंतर समाजिक कार्यों में लगे रहने के लिए सरदार जसपाल सिंह ने मिन्नत गोरखपुरी को बहुत-बहुत बधाई दी। इसी कड़ी में गुरु नानक देव रक्तदान सेवा समिति के अध्यक्ष एवं पंजाबी एकेडमी के सदस्य जगनैनर सिंह 'नीटू' ने बताया कि हर तीन माह की वाद ब्लड डोनेशन का एक सिविल श्री गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय ब्लड बैंक तथा गुरु नानक देव रक्तदान शिविर के द्वारा लगाया जाता है और जिसमें सभी धर्मों के लोग आकर स्वच्छता से रक्तदान करते हैं। इस रक्तदान शिविर का उद्देश्य असहाय और निर्धन लोगों की मदद करना है क्योंकि समाज में रक्त की बहुत आवश्यकता पड़ती है जो इतनी आसानी से पूरी नहीं की जा सकती। मिन्नत गोरखपुरी ने कहा कि जब आप रक्तदान करते हैं तो 4 लोगों को जीवन प्रदान करते हैं और इससे बड़ी मानव सेवा कोई नहीं हो सकती इसलिए सभी को चाहिए कि वह भी रक्त दान करें साथ ही साथ मिन्नत गोरखपुरी ने बताया कि 24 घंटे के अंदर इसकी पूर्ति हो जाती है और किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं लगती।
इस अवसर पर सरदार जसपाल सिंह ,सरदार जगनैन सिंह नीतू, डॉक्टर अंश कश्यप, विजय श्रीवास्तव समेत बहुत सारे लोगों ने रक्तदान किया।।।।

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