राज्यपाल ने ‘विश्व तम्बाकू निषेध दिवस’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया तम्बाकू एक साईलेंट किलर है - श्री नाईक

राज्यपाल ने ‘विश्व तम्बाकू निषेध दिवस’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया तम्बाकू एक साईलेंट किलर है - श्री नाईक लखनऊः 31 मई, 2018 उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ब्राउन हाॅल में विश्वविद्यालय एवं नेशनल मेडिकोज आर्गनाइजेशन (अवध प्रांत) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘विश्व तम्बाकू निषेध दिवस’ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्जवलित करके किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो0 एम0एल0बी0 भट्ट, प्रो0 रमाकांत, प्रो0 सूर्यकांत, डाॅ0 विनोद जैन, प्रो0 ए0के0 त्रिपाठी सहित बड़ी संख्या में चिकित्सक, एम0बी0बी0एस0 के छात्र-छात्रायें एवं अनेक स्वयं सेवी संगठन से जुड़े लोग उपस्थित थे। राज्यपाल ने तम्बाकू निषेध के क्षेत्र में काम करने वाली संस्थाओं एवं व्यक्तियों को तथा पोस्टर प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
श्री नाईक ने कहा कि युवाओं में तम्बाकू सेवन की प्रवत्ति बढ़ रही है। इच्छाशक्ति के आधार पर और समाज हित को देखते हुये तम्बाकू सेवन रोका जा सकता है। तम्बाकू निषेध के क्षेत्र में काम करने वाली संस्थाएं काउंसिलिंग व अन्य माध्यम से काम करें। सामुदायिक दृष्टि का लाभ समाज को भी होता है। राज्यपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के अपने रेल मंत्री रहने के अनुभव बताते हुये कहा कि मुंबई में 76 लाख लोग प्रतिदिन मुंबई लोकल से यात्रा करते हैं। यात्रियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जनहित में रेल के डिब्बों एवं प्लेटफार्म पर बीड़ी-सिगरेट के प्रयोग और वितरण पर सख्ती से पाबंदी लगाने का काम उन्होंने किया था। उन्होंने कहा कि तम्बाकू निषेध के क्षेत्र में काम करने वाली संस्थाएं अपने एक वर्ष के कार्यक्रम की समीक्षा व आंकलन करें।
कुलपति प्रो0 एम0एल0बी0 भट्ट ने कहा कि प्रतिदिन लगभग 3,300 लोग तम्बाकू के सेवन के कारण अपना जीवन गंवा देते हैं। 40 प्रतिशत कैंसर, 20 प्रतिशत हृदय रोग एवं एक तिहाई श्वास संबंधी रोग का कारण तम्बाकू का सेवन है। उन्होंने कहा कि सभी मिलकर ‘स्वस्थ भारत अभियान’ में अपना योगदान दें।
प्रो0 रमाकांत ने कहा कि तम्बाकू सेवन की समस्या को दूर करने के लिये तम्बाकू सेवन का कारण जानना जरूरी है। बिना जड़ तक जाये उसका हल संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि तम्बाकू छोड़ने के लिये भावनात्मक एवं मनोवैज्ञानिक ढंग से प्रयास करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर प्रो0 सूर्यकांत ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 विनोद जैन ने किया। कार्यक्रम में प्रो0 रमाकांत, डाॅ0 अनवर रिज़वी, डाॅ0 अभय नारायण, श्री विनय शुक्ला, सुश्री शालिनी गुप्ता, डाॅ0 अमृता, सुश्री शिवानी श्रीवास्तव, सुश्री सुभि जैन को तम्बाकू निषेध के प्रति जागरूकता के लिये सम्मानित किया गया तथा पोस्टर प्रतियोगिता के लिये श्री आकाश कुशवाहा, सुश्री दिव्या श्रीवास्तव और आशीष चतुर्वेदी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम में ‘संवरती जिंदगी’ शीर्षक सी0डी0 का भी विमोचन किया गया।
अध्यक्ष/संपादक- अपवा
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