मंत्रिमंडल को रेल के क्षेत्र में सहयोग पर भारत और कोरिया के बीच समझौता ज्ञापन के बारे में जानकारी दी गई
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्रीय मंत्रिमंडल को रेल के क्षेत्र में वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग को सुदृढ़ करने तथा बढ़ावा देने के लिए अनुसंधान डिजाइन एवं मानक संगठन (आरडीएसओ), भारत और कोरिया रेलरोड रिसर्च इंस्टिट्यूट (केआरआरआई) के बीच सहयोग पर समझौता ज्ञापन (एमओयू) के बारे में जानकारी दी गई है। इस समझौता ज्ञापन पर 10 जुलाई, 2018 को हस्ताक्षर किया गया था।
प्रभावः
यह एमओयू भारतीय रेल के लिए कोरियाई रेल के साथ मिलकर रेल क्षेत्र में नवीनतम प्रगतियों एवं ज्ञान साझा करने तथा परस्पर संवाद का एक मंच उपलब्ध कराएगा। यह ज्ञान साझा करने के लिए विशिष्ट प्रौद्योगिकी क्षेत्रों एवं अन्य परस्पर संवादों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए तकनीकी विशेषज्ञों, रिपोर्टों एवं तकनीकी दस्तावेजों के विनिमय, प्रशिक्षण एवं संगोष्ठियों एवं कार्यशालाओं के आदान-प्रदान को सुगम बनाएगा।
विवरणः
इस समझौता ज्ञापन के अन्तर्गत निम्नलिखित प्रमुख क्षेत्रों में ध्यान केन्द्रित दृष्टिकोण के साथ सहयोग की एक संरचना उपलब्ध कराएगाः-
- परस्पर आपसी हितों के लिए संयुक्त अनुसंधान का योजना निर्माण एवं निष्पादन;
- भारत में नवीनतम रेल अनुसंधान एवं विकास सुविधाओं की स्थापना में सहयोग;
- तकनीकी संगोष्ठी या फोरम का योजना निर्माण एवं निष्पादन;
- केआरआरआई द्वारा आरडीएसओ कर्मियों के लिए अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम;
- विशिष्ट परियोजनाओं के लिए सीमित अवधि हेतु केआरआरआई और आरडीएसओ के बीच कर्मियों का विनिमय कार्यक्रम;
- दोनों देशों के रेल उद्योग के विकास के लिए परामर्श; एवं
- सहयोग कार्यकलापों का कोई दूसरा रूप जिस पर दोनों पक्षों द्वारा सहमति हो।
पृष्ठभूमि
रेल मंत्रालय ने विभिन्न देशों की सरकारों तथा राष्ट्रीय रेलों के साथ रेल क्षेत्र में तकनीकी सहयोग के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। सहयोग के चिह्नित क्षेत्रों में हाई स्पीड कॉरिडोर, वर्तमान रूटों में गति में बढ़ोत्तरी करना, विश्व स्तरीय स्टेशनों का विकास, हेवी हॉल ऑपरेशंस एवं रेल अवसंरचना का आधुनिकीकरण आदि शामिल हैं। यह सहयोग रेल प्रौद्योगिकी एवं परिचालनों के क्षेत्र में प्रगतियों, ज्ञान साझा करने, तकनीकी दौरों, आपसी हित के क्षेत्रों में प्रशिक्षण एवं संगोष्ठी और कार्यशालाओं पर सूचना के आदान-प्रदान के जरिए अर्जित किया जाता है।
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