जून, 2018 में औद्योगिक विकास दर 7 फीसदी रही..
दिल्ली: 10 अगस्त 2018, जून, 2018 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) 127.7 अंक रहा, जो जून 2017 के मुकाबले 7.0 फीसदी ज्यादा है। इसका मतलब यही है कि जून, 2018 में औद्योगिक विकास दर 7.0 फीसदी रही। उधर,अप्रैल-जून, 2018 में औद्योगिक विकास दर पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 5.2 फीसदी आंकी गई है।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जून, 2018 के लिए जारी किए गए औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के त्वरित आकलन (आधार वर्ष 2011-12=100) से उपर्युक्त जानकारी मिली है।
जून, 2018 में खनन, विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) एवं बिजली क्षेत्रों की उत्पादन वृद्धि दर जून, 2017 के मुकाबले क्रमश: 6.6 फीसदी, 6.9 फीसदी तथा 8.5 फीसदी रही। उधर, अप्रैल-जून 2018 में इन तीनों क्षेत्रों यानी सेक्टरों की उत्पादन वृद्धि दर पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में क्रमश: 5.4, 5.2 तथा 4.9 फीसदी आंकी गई है।
उद्योगों के संदर्भ में, विनिर्माण क्षेत्र के 23 उद्योग समूहों (2 अंकों वाले राष्ट्रीय औद्योगिक वर्गीकरण यानी एनआईसी-2008 के अनुसार) में से 19 उद्योग समूहों ने जून 2018 में पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की है। इस दौरान ‘कम्प्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक एवं ऑप्टिकल उत्पादों का विनिर्माण’ नामक उद्योग समूह ने 44.1 प्रतिशत की सर्वाधिक धनात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद 20.5 प्रतिशत की धनात्मक वृद्धि दर ‘मोटर वाहनों, ट्रेलरों एवं सेमी-ट्रेलरों के विनिर्माण’ ने और 15.6 प्रतिशत की धनात्मक वृद्धि दर ‘अन्य परिवहन उपकरणों के विनिर्माण’ ने दर्ज की है। वहीं, दूसरी ओर ‘अन्य विनिर्माण’ नामक उद्योग समूह ने (-) 40.2 प्रतिशत की सर्वाधिक ऋणात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद (-) 31.7 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि दर ‘तम्बाकू उत्पादों के विनिर्माण’ ने और (-) 0.8 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि दर ‘वस्त्र के विनिर्माण’ ने दर्ज की है।
उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार जून, 2018 में प्राथमिक वस्तुओं (प्राइमरी गुड्स), पूंजीगत सामान, मध्यवर्ती वस्तुओं एवं बुनियादी ढांचागत/निर्माण वस्तुओं की उत्पादन वृद्धि दर जून 2017 की तुलना में क्रमश: 9.3 फीसदी, 9.6 फीसदी, 2.4 फीसदी और 8.5 फीसदी रही। जहां तक टिकाऊ उपभोक्ता सामान का सवाल है, इनकी उत्पादन वृद्धि दर जून, 2018 में 13.1 फीसदी रही है। वहीं, गैर-टिकाऊ उपभोक्ता सामान की उत्पादन वृद्धि दर जून, 2018 में 0.5 फीसदी रही।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जून, 2018 के लिए जारी किए गए औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के त्वरित आकलन (आधार वर्ष 2011-12=100) से उपर्युक्त जानकारी मिली है।
जून, 2018 में खनन, विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) एवं बिजली क्षेत्रों की उत्पादन वृद्धि दर जून, 2017 के मुकाबले क्रमश: 6.6 फीसदी, 6.9 फीसदी तथा 8.5 फीसदी रही। उधर, अप्रैल-जून 2018 में इन तीनों क्षेत्रों यानी सेक्टरों की उत्पादन वृद्धि दर पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में क्रमश: 5.4, 5.2 तथा 4.9 फीसदी आंकी गई है।
उद्योगों के संदर्भ में, विनिर्माण क्षेत्र के 23 उद्योग समूहों (2 अंकों वाले राष्ट्रीय औद्योगिक वर्गीकरण यानी एनआईसी-2008 के अनुसार) में से 19 उद्योग समूहों ने जून 2018 में पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की है। इस दौरान ‘कम्प्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक एवं ऑप्टिकल उत्पादों का विनिर्माण’ नामक उद्योग समूह ने 44.1 प्रतिशत की सर्वाधिक धनात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद 20.5 प्रतिशत की धनात्मक वृद्धि दर ‘मोटर वाहनों, ट्रेलरों एवं सेमी-ट्रेलरों के विनिर्माण’ ने और 15.6 प्रतिशत की धनात्मक वृद्धि दर ‘अन्य परिवहन उपकरणों के विनिर्माण’ ने दर्ज की है। वहीं, दूसरी ओर ‘अन्य विनिर्माण’ नामक उद्योग समूह ने (-) 40.2 प्रतिशत की सर्वाधिक ऋणात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद (-) 31.7 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि दर ‘तम्बाकू उत्पादों के विनिर्माण’ ने और (-) 0.8 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि दर ‘वस्त्र के विनिर्माण’ ने दर्ज की है।
उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार जून, 2018 में प्राथमिक वस्तुओं (प्राइमरी गुड्स), पूंजीगत सामान, मध्यवर्ती वस्तुओं एवं बुनियादी ढांचागत/निर्माण वस्तुओं की उत्पादन वृद्धि दर जून 2017 की तुलना में क्रमश: 9.3 फीसदी, 9.6 फीसदी, 2.4 फीसदी और 8.5 फीसदी रही। जहां तक टिकाऊ उपभोक्ता सामान का सवाल है, इनकी उत्पादन वृद्धि दर जून, 2018 में 13.1 फीसदी रही है। वहीं, गैर-टिकाऊ उपभोक्ता सामान की उत्पादन वृद्धि दर जून, 2018 में 0.5 फीसदी रही।
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