राज्यपाल ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह का उद्घाटन किया
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह का उद्घाटन किया तथा दस चयनित नये मतदाताओं को प्रतीक स्वरूप प्रमाण पत्र दिये। इस अवसर पर जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी तथा चुनाव कार्यों से जुड़े अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी, बी0एल0ओ0 स्काउट एण्ड गाइड संस्था, एन0एस0एस0 के पदाधिकारियों को भी प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री मनोज कुमार, मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय, मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री एल0 वेंकटेश्वर लू, मण्डलायुक्त लखनऊ श्री अनिल गर्ग व बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने कहा कि चुनाव जनतंत्र का कुम्भ है। उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा प्रदेश है जहाँ 14.19 करोड़ मतदाता हैं। कुम्भ में 15 करोड़ लोग स्नान कर सकते हैं तो 14.19 करोड़ लोग मतदान क्यों नहीं कर सकते हैं। लोकतंत्र में मतदान का अपना महत्व होता है। एक वोट से सरकारें बनती और गिरती हैं। एक वोट की कमी के कारण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लोकसभा में त्याग पत्र देना पड़ा था। मताधिकार एक मौलिक अधिकार है, मतदान को प्रोत्साहित करने के लिये उचित वातावरण बनायें। उन्होंने कहा कि प्रमाणिकता के आधार पर ज्यादा से ज्यादा मतदान हो यही लोकतंत्र की सफलता है।
श्री नाईक ने घोषणा की कि लोकसभा 2019 के चुनाव में सबसे अधिक मत प्रतिशत वाले लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र तथा सर्वाधित मत प्रतिशत वाले केन्द्र से जुड़े लोगों का राजभवन में सत्कार किया जायेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि सबसे ज्यादा का मानक प्रतिशत होगा, संख्या नहीं क्योंकि सभी लोकसभा क्षेत्र में मतदाता संख्या समान नहीं होती है। उन्होंने विश्वास जताया कि इससे मतदाताओं में और अधिक जागरूकता आयेगी तथा लोकसभा निर्वाचन 2019 में उनकी भागीदारी बढ़ेगी। राज्यपाल ने बताया कि इससे पूर्व विधान सभा निर्वाचन 2017 तथा नगरीय निकाय चुनाव 2017 में सर्वाधिक मतदान वाले केन्द्रों से जुड़े लोगों को राजभवन में सम्मानित किया जा चुका है।
राज्यपाल ने कहा कि मतदान में निर्वाचन आयोग की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। राज्यपाल ने निर्वाचन आयोग की थीम ‘कोई मतदाता न छूटे’ की सराहना करते हुये कहा कि निर्वाचन आयोग सूत्र वाक्य के अनुरूप कार्य करे तथा सभी अर्ह मतदाताओं का नाम जोड़ने की प्रक्रिया तथा मतदाता सूची को त्रुटिरहित बनाने की दिशा में अपना योगदान दे। जिन मतदाताओं के नाम सूची में अब तक नहीं हैं उन्हें निर्धारित समय के अंदर सूची में अपना नाम दर्ज करवाना चाहिए। सूची की शुद्धता के लिए नामों में दोहराव को समय रहते दूर कर लिया जाना चाहिए। शहरी क्षेत्र का शिक्षित वर्ग अक्सर मतदान के प्रति उदासीनता दिखाता है। ऐसे लोगों की उदासीनता दूर करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विज्ञापन के माध्यम से लोगों को निर्वाचन के प्रति शिक्षित एवं जागरूक भी करें।
राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री मनोज कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस सभी मतदाताओं के लिये विशेष दिवस है जो दायित्व बोध के प्रति आकृष्ट करता है। चुनाव को मतदाता की भागीदारी के बिना पूरा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि सक्रिय प्रयास से कम मतदान के प्रतिशत की जड़ता को तोड़ने की जरूरत है।
मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय ने कहा कि उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा प्रदेश है जहाँ 14.19 करोड़ मतदाता हैं। सबसे ज्यादा मतदाता होने के कारण प्रदेशवासियों की जिम्मेदारी भी बड़़ी है। निर्वाचन आयोग ने 5 लाख 53 हजार दिव्यांगजनों को चिन्हित किया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं और दिव्यांगों को मतदान के लिये जागरूक करें।
कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री वेंकटेश्वर लू ने दिया। राज्यपाल ने इस अवसर पर छात्रों द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
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