राम मंदिर सुनवाई पर न्यायालय के कदम का स्वागत
मुस्लिम समाज को मंदिर निर्माण के लिए आगे आना चाहिए - गोयल
नई दिल्ली (अपवा न्यूज़) दिनांक 02 अगस्त,2019 : रामजन्म भूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूर्व में गठित किए गए मध्यस्थता का मार्ग असफल रहने के बाद अब सुप्रीम कोर्ट द्वारा 6 अगस्त से लगातार सुनवाई किए जाने के फैसले पर यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट ने खुशी जाहिर की है और आशा व्यक्त की है कि हिन्दुओं के अराध्य भगवान श्री राम को जल्द ही टाट से छुटकारा मिल सकेगा।
फ्रंट द्वारा जारी एक प्रेस वक्तव्य में यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जय भगवान गोयल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा राम जन्म भूमि पर 6 अगस्त से प्रतिदिन सुनवाई करने के निर्णय से देश व दुनिया भर के हिन्दुओं को अपार प्रसन्नता है और विश्वास है कि अब वह घड़ी नजदीक है जब श्री राम को टाट से मुक्ति और उनका धाम मिलेगा। उन्होंने कहा कि कितने दुर्भाग्य का विषय है कि जो परमपिता परमात्मा भगवान श्रीराम हिन्दू ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण प्राणीमात्र के पालक हैं वही सालों साल से खुले आसमान के नीचे विराजमान हैं और उनका मामला लगातार कई वर्षों से इंसानी अदालतों में लटका हुआ है। उन्होंने कहा कि पूर्व में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने गर्भ गृह को श्री राम जन्म स्थली होने का निर्णय दिया था, मगर कुछ राजनैतिक दलों की साजिशों के कारण इस मामले को और अधिक तूल दे दिया गया था। मगर अब जब सुप्रीम कोर्ट प्रतिदिन सुनवाई करने को तैयार है और देश में बहुसंख्यक हिन्दुओं की आस्थाएं व खुदाई से मिले सारे सबूत श्री राम जन्म भूमि के पक्ष में हैं तो अब निश्चय ही निर्णय हिन्दू समाज के पक्ष में ही आएगा।
श्री गोयल ने कहा कि विवादित ढांचा विध्वंश की तरह देश का हिन्दू समाज वहां मंदिर निर्माण भी करवा सकता था मगर अपनी सहनशीलता व न्यायालयों पर सदैव से विश्वास रखने वाले हमारे हिन्दू समाज को आरम्भ से ही विश्वास था कि सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से ही सही, किन्तु जल्द मंदिर निर्माण पूर्ण हो, जिसका इंतजार अब खत्म हुआ और जल्द ही हमारे अराध्य भव्य मंदिर में विराजमान होंगे।
मुस्लिम पक्षकारों से आहवान करते हुए श्री गोयल ने कहा कि अब वे इस मामले को तूल देने के स्थान पर भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण में हिन्दू समाज व न्यायालय का सहयोग करें। क्योंकि पुरातत्व विभाग की खुदाई से भी यह स्पष्ट हो चुका था कि वहां राम मंदिर ही था और इतिहास में भी दर्ज है कि बाबर एक आक्रांता व लुटेरा था जिसने हिन्दुस्थान को लूटने के अलावा कुछ भी नहीं किया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज को राजनैतिक दलों की साजिशों में ना फँस कर हिन्दू-मुस्लिम भाई चारा का एक नया इतिहास रचते हुए मंदिर निर्माण के मार्ग को प्रशस्त करने के लिए आगे आना चाहिए।
नई दिल्ली (अपवा न्यूज़) दिनांक 02 अगस्त,2019 : रामजन्म भूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूर्व में गठित किए गए मध्यस्थता का मार्ग असफल रहने के बाद अब सुप्रीम कोर्ट द्वारा 6 अगस्त से लगातार सुनवाई किए जाने के फैसले पर यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट ने खुशी जाहिर की है और आशा व्यक्त की है कि हिन्दुओं के अराध्य भगवान श्री राम को जल्द ही टाट से छुटकारा मिल सकेगा।
फ्रंट द्वारा जारी एक प्रेस वक्तव्य में यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जय भगवान गोयल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा राम जन्म भूमि पर 6 अगस्त से प्रतिदिन सुनवाई करने के निर्णय से देश व दुनिया भर के हिन्दुओं को अपार प्रसन्नता है और विश्वास है कि अब वह घड़ी नजदीक है जब श्री राम को टाट से मुक्ति और उनका धाम मिलेगा। उन्होंने कहा कि कितने दुर्भाग्य का विषय है कि जो परमपिता परमात्मा भगवान श्रीराम हिन्दू ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण प्राणीमात्र के पालक हैं वही सालों साल से खुले आसमान के नीचे विराजमान हैं और उनका मामला लगातार कई वर्षों से इंसानी अदालतों में लटका हुआ है। उन्होंने कहा कि पूर्व में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने गर्भ गृह को श्री राम जन्म स्थली होने का निर्णय दिया था, मगर कुछ राजनैतिक दलों की साजिशों के कारण इस मामले को और अधिक तूल दे दिया गया था। मगर अब जब सुप्रीम कोर्ट प्रतिदिन सुनवाई करने को तैयार है और देश में बहुसंख्यक हिन्दुओं की आस्थाएं व खुदाई से मिले सारे सबूत श्री राम जन्म भूमि के पक्ष में हैं तो अब निश्चय ही निर्णय हिन्दू समाज के पक्ष में ही आएगा।
श्री गोयल ने कहा कि विवादित ढांचा विध्वंश की तरह देश का हिन्दू समाज वहां मंदिर निर्माण भी करवा सकता था मगर अपनी सहनशीलता व न्यायालयों पर सदैव से विश्वास रखने वाले हमारे हिन्दू समाज को आरम्भ से ही विश्वास था कि सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से ही सही, किन्तु जल्द मंदिर निर्माण पूर्ण हो, जिसका इंतजार अब खत्म हुआ और जल्द ही हमारे अराध्य भव्य मंदिर में विराजमान होंगे।
मुस्लिम पक्षकारों से आहवान करते हुए श्री गोयल ने कहा कि अब वे इस मामले को तूल देने के स्थान पर भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण में हिन्दू समाज व न्यायालय का सहयोग करें। क्योंकि पुरातत्व विभाग की खुदाई से भी यह स्पष्ट हो चुका था कि वहां राम मंदिर ही था और इतिहास में भी दर्ज है कि बाबर एक आक्रांता व लुटेरा था जिसने हिन्दुस्थान को लूटने के अलावा कुछ भी नहीं किया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज को राजनैतिक दलों की साजिशों में ना फँस कर हिन्दू-मुस्लिम भाई चारा का एक नया इतिहास रचते हुए मंदिर निर्माण के मार्ग को प्रशस्त करने के लिए आगे आना चाहिए।
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