मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री ने प्रदेश में संचालित ‘जल जीवन मिशन’ एवं ‘नमामि गंगे’ सम्बन्धित परियोजनाओं की समीक्षा की
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि ‘जल जीवन मिशन’ के अन्तर्गत ‘हर घर जल’ योजना गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध ढंग से लक्ष्यों के अनुसार पूरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि पाइप पेयजल योजनाओं के कार्यक्रम एक साथ तेजी से संचालित किए जाएं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन में संचालित ‘हर घर जल’ योजना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। पाइप पेयजल योजनाओं के माध्यम से जलापूर्ति ‘ईज़ आॅफ लिविंग’ के लिए आवश्यक है। शुद्ध पेयजल से बीमारियों को भी दूर करने में मदद मिलती है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर ‘जल जीवन मिशन’ के सम्बन्ध में केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के साथ प्रदेश में संचालित परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर ‘नमामि गंगे’ सम्बन्धित परियोजनाओं की भी समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बुन्देलखण्ड तथा विन्ध्य क्षेत्र की सम्पूर्ण आबादी, आर्सेनिक/फ्लोराइड तथा जे0ई0/ए0ई0एस0 से प्रभावित आबादी के साथ-साथ 08 आकांक्षात्मक जनपदों में ‘जल जीवन मिशन’ के तहत कार्य संचालित किए जा रहे हैं। ‘जल जीवन मिशन’ के तहत प्रदेश के सभी क्षेत्रों में एक साथ ठोस योजना बनाकर कार्य प्रारम्भ किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जो पेयजल योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं या पूरी होने वाली हैं, उनमें त्वरित गति से कनेक्शन देने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने पाइप पेयजल परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक मानव संसाधन को व्यापक पैमाने पर प्रशिक्षण दिए जाने की व्यवस्था किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक पूरे प्रदेश में हर हाल में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इन लक्ष्यों को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि ‘जल जीवन मिशन’ की परियोजनाओं के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर ‘जल जीवन मिशन’ के सम्बन्ध में केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के साथ प्रदेश में संचालित परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर ‘नमामि गंगे’ सम्बन्धित परियोजनाओं की भी समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बुन्देलखण्ड तथा विन्ध्य क्षेत्र की सम्पूर्ण आबादी, आर्सेनिक/फ्लोराइड तथा जे0ई0/ए0ई0एस0 से प्रभावित आबादी के साथ-साथ 08 आकांक्षात्मक जनपदों में ‘जल जीवन मिशन’ के तहत कार्य संचालित किए जा रहे हैं। ‘जल जीवन मिशन’ के तहत प्रदेश के सभी क्षेत्रों में एक साथ ठोस योजना बनाकर कार्य प्रारम्भ किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जो पेयजल योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं या पूरी होने वाली हैं, उनमें त्वरित गति से कनेक्शन देने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने पाइप पेयजल परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक मानव संसाधन को व्यापक पैमाने पर प्रशिक्षण दिए जाने की व्यवस्था किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक पूरे प्रदेश में हर हाल में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इन लक्ष्यों को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि ‘जल जीवन मिशन’ की परियोजनाओं के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी।
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