मुख्यमंत्री ने चैरी-चैरा की घटना का शताब्दी वर्ष मनाये जाने के दृष्टिगत गोरखपुर में शहीद स्मारक चैरी-चैरा का निरीक्षण किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज चैरी-चैरा की घटना का शताब्दी वर्ष मनाये जाने के दृष्टिगत गोरखपुर में शहीद स्मारक चैरी-चैरा का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यक्रम की तैयारियों के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शहीद स्मारक की दीवारों पर चैरी-चैरा की घटना से जुड़े शहीदों, क्रान्तिकारियों व स्वाधीनता संग्राम सेनानियों की पेण्टिंग बनवायी जाएं। स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े इतिहास व साहित्य को संग्रहीत करते हुए उनका डिजिटलीकरण भी कराया जाए। इससे आमजन को स्वतंत्रता आन्दोलन की समग्र जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने चैरी-चैरा स्मारक के संग्रहालय में रखी गयी मूर्तियों से सम्बन्धित इतिहास व तिथियों को प्रदर्शित किये जाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये कि शहीद स्मारक स्थल तक आने वाली सड़क को ठीक कराया जाए। उन्होंने कहा कि रेलवे लाइन के आस-पास एवं शहीद स्थल तक आने वाली सड़क पर विशेष सफाई व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘चैरी-चैरा शताब्दी महोत्सव’ के ‘लोगो’ का विमोचन सम्पन्न हो चुका है। उन्होंने ‘चैरी-चैरा शताब्दी महोत्सव’ के ‘लोगो’ (LOGO) का प्रयोग सभी शासकीय पत्राचारों, स्मृति चिन्हों तथा अन्य स्थानों पर भी किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने चैरी-चैरा रेलवे स्टेशन को विकसित करने हेतु रेल मंत्रालय को प्रस्ताव प्रेषित करने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि प्रमुख स्थानों पर चैरी-चैरा के इतिहास, लोगो को प्रदर्शित किया जाए, जिससे चैरी-चैरा स्थल को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये कि शहीद स्मारक स्थल तक आने वाली सड़क को ठीक कराया जाए। उन्होंने कहा कि रेलवे लाइन के आस-पास एवं शहीद स्थल तक आने वाली सड़क पर विशेष सफाई व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘चैरी-चैरा शताब्दी महोत्सव’ के ‘लोगो’ का विमोचन सम्पन्न हो चुका है। उन्होंने ‘चैरी-चैरा शताब्दी महोत्सव’ के ‘लोगो’ (LOGO) का प्रयोग सभी शासकीय पत्राचारों, स्मृति चिन्हों तथा अन्य स्थानों पर भी किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने चैरी-चैरा रेलवे स्टेशन को विकसित करने हेतु रेल मंत्रालय को प्रस्ताव प्रेषित करने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि प्रमुख स्थानों पर चैरी-चैरा के इतिहास, लोगो को प्रदर्शित किया जाए, जिससे चैरी-चैरा स्थल को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके।
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