प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अनेक महानुभाव भी उपस्थित रहे
लखनऊः 24 सितम्बर, 2018 अटल बिहारी साइंटिफिक कन्वेंशन सेन्टर में आज बिहार के राज्ययपाल श्री लालजी टण्डन का नागरिक अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक, केन्द्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह, विधान सभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा, लखनऊ की महापौर डाॅ0 संयुक्ता भाटिया, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेन्द्र नाथ पाण्डेय, पूर्व मंत्री डाॅ0 अम्मार रिज़वी, मंत्रीमण्डल के सदस्यगण व विशिष्ट नागरिक जन उपस्थित थे।
राज्यपाल ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वे राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी व गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह का धन्यवाद करता हूँ जिन्होंने श्री लालजी टण्डन को बिहार का राज्यपाल नियुक्त करके अभिनंदन करने का अवसर दिया। श्री लालजी टण्डन ने समाज सेवा से लेकर राजनीति में विभिन्न भूूमिकाओं में काम करते हुए राज्यपाल पद तक का सफर तय किया। बिहार के राज्यपाल के नाते संविधान के अनुरूप अपने दायित्यों का निर्वहन ऐसे करे कि लोग उन्हें लम्बे समय तक याद करें। उन्होंने श्री एस0एस0 उपाध्याय द्वारा लिखित पुस्तक ‘गर्वनर्स गाइड’ बिहार के राज्यपाल श्री लालजी टण्डन को भेंट किया।
श्री नाईक ने लालजी टण्डन की छवि को स्व0 अटल जी की छाया जैसी बताते हुए कहा कि जैसे दिल्ली में शिव कुमार जी को अटल जी की छाया कहा जाता था उसी प्रकार लखनऊ में श्री लालजी टण्डन को अटल जी की छाया माना जाता था। श्री लालजी टण्डन की पहचान पूरे लखनऊ में बाबू जी के रूप में बनी है। वे सभी की बात पूरी संवेदनशीलता से सुनकर अपने तरफ से सहयोग व समाधान करते हैं, उनकी पुस्तक ‘अनकहा लखनऊ’ से लखनऊ की विशेषता देखने को मिलती है। श्री नाईक ने सुझाव दिया कि बिहार के राज्यपाल रहते हुए श्री लालजी टण्डन समय निकालकर अपने संस्मरण लिख्ंांेगे तो आम लोगों को पता चलेगा कि एक जमीनी कार्यकर्ता कैसे आगे बढ़ता है। श्री लालजी टण्डन वास्तव में लखनऊ के चलते-बोलते ज्ञान कोष की तरह हैं। उन्होंने कहा कि ‘रोल माॅडल’ के रूप में बिहार के राज्यपाल का दायित्व निभायें।
बिहार के राज्यपाल श्री लालजी टण्डन ने अभिनंदन समारोह में आये सभी महानुभावों एवं लखनऊ निवासियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि लखनऊ ने उन्हे बहुत कुछ दिया है। 70 वर्षों से वे समाज की सेवा कर रहे हैं, पीढ़ियां बदल गयी पर रिश्ते आज भी उतने ही मधुर हैं। उन्होंने कहा कि पीढ़ियों के बदलने से रिश्ते खत्म नहीं होते इसलिए लखनऊ के सभी निवासी आज भी उनके लिए अपने हैं।
केन्द्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 25 वर्ष की उम्र में जब वे पहली बार विधायक चुने गये थे, तब से श्री लालजी टण्डन का मार्गदर्शन प्राप्त है। श्री लालजी टण्डन से बहुत कुछ सीखने और जानने को मिला, वे एक माॅडल हैं, जिन्होंने सभासद के रूप में राजनैतिक यात्रा शुरू करके राज्यपाल जैसे संविधानिक पद पर पहुंचे हैं। उनसे मिलकर व्यक्ति तनाव मुक्त हो जाता है तथा सुखद अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि उनका व्यक्तित्व ऐसे अभिभावक के रूप में है, जिनका सभी राजनैतिक दल के लोग सम्मान करते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्री लालजी टण्डन लखनऊ के शब्द कोष हैं जिन्हे लखनऊ के बारे में काफी जानकारी है। समाज के हर वर्ग की उपस्थित यह दर्शाती है कि आम लोग उनसे स्नेह रखते हैं। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने श्री लालजी टण्डन को बिहार का राज्यपाल नियुक्त करके उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ाया।
विधान सभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित ने श्री लालजी टण्डन से जनसंघ के समय के अपने रिश्ते को रेखांकित करते हुए कहा कि श्री लालजी टण्डन ‘चार्जर’ की तरह हैं, जो दूसरों को ऊर्जा देते हैं। उन्होंने कहा कि श्री लालजी टण्डन का व्यक्तित्व प्रभावित करने वाला व्यक्तित्व है।
उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि श्री लालजी टण्डन में कुशल नेतृत्व के सभी गुण हैं। कार्यकर्ताओं का छोटे से छोटा कार्य भी उनके मार्गदर्शन में होता था। उन्होंने कहा कि श्री लालजी टण्डन चुनाव में अपने प्रतिद्वंदी का भी सम्मान करते रहे हैं, जो वास्तव में लोकतंत्र के लिए आवश्यक है।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन डाॅ0 अम्मार रिज़वी ने दिया तथा धन्यवाद ज्ञापन का कार्य लखनऊ की महापौर डाॅ0 संयुक्ता भाटिया ने किया। समारोह में चिकित्सा, साहित्य, न्याय, राजनीति, स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े महानुभावों ने भी श्री लालजी टण्डन का अभिनंदन किया।
श्री नाईक ने लालजी टण्डन की छवि को स्व0 अटल जी की छाया जैसी बताते हुए कहा कि जैसे दिल्ली में शिव कुमार जी को अटल जी की छाया कहा जाता था उसी प्रकार लखनऊ में श्री लालजी टण्डन को अटल जी की छाया माना जाता था। श्री लालजी टण्डन की पहचान पूरे लखनऊ में बाबू जी के रूप में बनी है। वे सभी की बात पूरी संवेदनशीलता से सुनकर अपने तरफ से सहयोग व समाधान करते हैं, उनकी पुस्तक ‘अनकहा लखनऊ’ से लखनऊ की विशेषता देखने को मिलती है। श्री नाईक ने सुझाव दिया कि बिहार के राज्यपाल रहते हुए श्री लालजी टण्डन समय निकालकर अपने संस्मरण लिख्ंांेगे तो आम लोगों को पता चलेगा कि एक जमीनी कार्यकर्ता कैसे आगे बढ़ता है। श्री लालजी टण्डन वास्तव में लखनऊ के चलते-बोलते ज्ञान कोष की तरह हैं। उन्होंने कहा कि ‘रोल माॅडल’ के रूप में बिहार के राज्यपाल का दायित्व निभायें।
बिहार के राज्यपाल श्री लालजी टण्डन ने अभिनंदन समारोह में आये सभी महानुभावों एवं लखनऊ निवासियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि लखनऊ ने उन्हे बहुत कुछ दिया है। 70 वर्षों से वे समाज की सेवा कर रहे हैं, पीढ़ियां बदल गयी पर रिश्ते आज भी उतने ही मधुर हैं। उन्होंने कहा कि पीढ़ियों के बदलने से रिश्ते खत्म नहीं होते इसलिए लखनऊ के सभी निवासी आज भी उनके लिए अपने हैं।
केन्द्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 25 वर्ष की उम्र में जब वे पहली बार विधायक चुने गये थे, तब से श्री लालजी टण्डन का मार्गदर्शन प्राप्त है। श्री लालजी टण्डन से बहुत कुछ सीखने और जानने को मिला, वे एक माॅडल हैं, जिन्होंने सभासद के रूप में राजनैतिक यात्रा शुरू करके राज्यपाल जैसे संविधानिक पद पर पहुंचे हैं। उनसे मिलकर व्यक्ति तनाव मुक्त हो जाता है तथा सुखद अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि उनका व्यक्तित्व ऐसे अभिभावक के रूप में है, जिनका सभी राजनैतिक दल के लोग सम्मान करते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्री लालजी टण्डन लखनऊ के शब्द कोष हैं जिन्हे लखनऊ के बारे में काफी जानकारी है। समाज के हर वर्ग की उपस्थित यह दर्शाती है कि आम लोग उनसे स्नेह रखते हैं। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने श्री लालजी टण्डन को बिहार का राज्यपाल नियुक्त करके उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ाया।
विधान सभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित ने श्री लालजी टण्डन से जनसंघ के समय के अपने रिश्ते को रेखांकित करते हुए कहा कि श्री लालजी टण्डन ‘चार्जर’ की तरह हैं, जो दूसरों को ऊर्जा देते हैं। उन्होंने कहा कि श्री लालजी टण्डन का व्यक्तित्व प्रभावित करने वाला व्यक्तित्व है।
उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि श्री लालजी टण्डन में कुशल नेतृत्व के सभी गुण हैं। कार्यकर्ताओं का छोटे से छोटा कार्य भी उनके मार्गदर्शन में होता था। उन्होंने कहा कि श्री लालजी टण्डन चुनाव में अपने प्रतिद्वंदी का भी सम्मान करते रहे हैं, जो वास्तव में लोकतंत्र के लिए आवश्यक है।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन डाॅ0 अम्मार रिज़वी ने दिया तथा धन्यवाद ज्ञापन का कार्य लखनऊ की महापौर डाॅ0 संयुक्ता भाटिया ने किया। समारोह में चिकित्सा, साहित्य, न्याय, राजनीति, स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े महानुभावों ने भी श्री लालजी टण्डन का अभिनंदन किया।
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