एप्पल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या की जाँच के लिए स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम को दिए निर्देश..
पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा एप्पल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या की घटना की विवेचना में तेजी लाने हेतु स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) अध्यक्ष, पुलिस महानिरीक्षक, लखनऊ परिक्षेत्र लखनऊ को निर्देशित किया गया है। पूर्व में पुलिस महानिरीक्षक, लखनऊ परिक्षेत्र लखनऊ द्वारा घटनास्थल पर जाकर निरीक्षण घटनास्थल एवं विवेचना कार्य किया जा चुका है। फिर भी आज पुनः पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा एसआईटी अध्यक्ष एवं सदस्यों को मौके पर जाकर विवेचना में प्रगति लाने हेतु निर्देशित किया गया है। पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 ने यह भी निर्देश दिये हैं कि हत्या की घटना में प्रयुक्त पिस्टल की विधि विज्ञान प्रयोगशाला से शीघ्रातिशीध्र जांच कराकर रिपोर्ट प्राप्त की जाय।
पूर्व में पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा पुलिसकर्मियों, विशेषकर आरक्षीगण को संवेदनशील होकर कार्य करने हेतु तथा अनैतिक एवं अवैधानिक कृत्यों में लिप्त न होने हेतु जनपदों में संवाद कार्यक्रमों की अध्यक्षता की गयी थी। इस क्रम में पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा मेरठ, लखनऊ, बरेली, बहराइच, बुलन्दशहर, गौतमबुद्धनगर, वाराणसी, अलीगढ़, बांदा एवं गाजियाबाद आदि जनपदों में संवाद/प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया गया था।
आज दिनांक 30.09.2018 को पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा जनपद सुल्तानपुर, अमेठी एवं प्रतापगढ़ के पुलिस अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण के साथ जनपद अमेठी में सम्मेलन किया गया। सम्मेलन में पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा जोर दिया गया कि पुलिसिंग में मानवीय संवेदनाओं का अभाव न होने दिया जाय।
पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा बार-बार संवेदनशील होकर कार्य करने हेतु अधीनस्थ पुलिस कर्मचारीगण को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया जा चुका है। फिर भी जब भी किसी पुलिसकर्मी द्वारा राजकीय कार्यो से इतर अवैधानिक कृत्य किया गया है, तो उसके विरूद्व तत्काल कठोर अनुशासनात्मक विभागीय कार्यवाही की गयी है। जनवरी 2018 से अब तक 219 पुलिस कर्मचारियों को निलम्बित तथा 10 पुलिस कर्मचारियों को बर्खास्त किया जा चुका है।
दिनांक 29.09.2018 को विवेक तिवारी की हत्या की घटना के पश्चात पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा प्रत्येक जनपद में उ0प्र0 सरकारी कर्मचारियों की आचरण नियमावली के सम्बन्ध में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने हेतु जोनल अपर पुलिस महानिदेशकों तथा परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षकों/उपमहानिरीक्षकों को निर्देशित किया जा रहा है। साथ ही यह भी निर्देशित किया जा रहा है कि दण्ड़ प्रक्रिया संहिता के अध्याय 10 - लोक व्यवस्था और प्रशांति बनाए रखना, अध्याय 11- पुलिस का निवारक कार्य तथा भारतीय दंड संहिता में वर्णित प्राइवेट प्रतिरक्षा के अधिकारों के सम्बन्ध में भी अधीनस्थ पुलिस कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाय।
यह भी निर्देशित किया जा रहा है कि प्रशिक्षण कार्यक्रम, संवाद एवं सम्मेलन के दौरान एक मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ द्वारा भी प्रस्तुतीकरण कराया जाय, जिससे पुलिस कर्मियों में आत्महत्या की प्रवृति को रोका जा सके।
पूर्व में पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा पुलिसकर्मियों, विशेषकर आरक्षीगण को संवेदनशील होकर कार्य करने हेतु तथा अनैतिक एवं अवैधानिक कृत्यों में लिप्त न होने हेतु जनपदों में संवाद कार्यक्रमों की अध्यक्षता की गयी थी। इस क्रम में पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा मेरठ, लखनऊ, बरेली, बहराइच, बुलन्दशहर, गौतमबुद्धनगर, वाराणसी, अलीगढ़, बांदा एवं गाजियाबाद आदि जनपदों में संवाद/प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया गया था।
आज दिनांक 30.09.2018 को पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा जनपद सुल्तानपुर, अमेठी एवं प्रतापगढ़ के पुलिस अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण के साथ जनपद अमेठी में सम्मेलन किया गया। सम्मेलन में पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा जोर दिया गया कि पुलिसिंग में मानवीय संवेदनाओं का अभाव न होने दिया जाय।
पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा बार-बार संवेदनशील होकर कार्य करने हेतु अधीनस्थ पुलिस कर्मचारीगण को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया जा चुका है। फिर भी जब भी किसी पुलिसकर्मी द्वारा राजकीय कार्यो से इतर अवैधानिक कृत्य किया गया है, तो उसके विरूद्व तत्काल कठोर अनुशासनात्मक विभागीय कार्यवाही की गयी है। जनवरी 2018 से अब तक 219 पुलिस कर्मचारियों को निलम्बित तथा 10 पुलिस कर्मचारियों को बर्खास्त किया जा चुका है।
दिनांक 29.09.2018 को विवेक तिवारी की हत्या की घटना के पश्चात पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा प्रत्येक जनपद में उ0प्र0 सरकारी कर्मचारियों की आचरण नियमावली के सम्बन्ध में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने हेतु जोनल अपर पुलिस महानिदेशकों तथा परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षकों/उपमहानिरीक्षकों को निर्देशित किया जा रहा है। साथ ही यह भी निर्देशित किया जा रहा है कि दण्ड़ प्रक्रिया संहिता के अध्याय 10 - लोक व्यवस्था और प्रशांति बनाए रखना, अध्याय 11- पुलिस का निवारक कार्य तथा भारतीय दंड संहिता में वर्णित प्राइवेट प्रतिरक्षा के अधिकारों के सम्बन्ध में भी अधीनस्थ पुलिस कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाय।
यह भी निर्देशित किया जा रहा है कि प्रशिक्षण कार्यक्रम, संवाद एवं सम्मेलन के दौरान एक मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ द्वारा भी प्रस्तुतीकरण कराया जाय, जिससे पुलिस कर्मियों में आत्महत्या की प्रवृति को रोका जा सके।
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