राज्यपाल ने किया आम महोत्सव 2018 का समापन


 लखनऊ: 24 जून, 2018 उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने विजेताओं को पुरस्कार वितरण कर इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित दो दिवसीय ‘उत्तर प्रदेश आम महोत्सव 2018’ का आज समापन किया। राज्यपाल ने आम महोत्सव के अंतर्गत लगाई गयी प्रदर्शनी में 5 श्रेणियों के 60 वर्गों में आयोजित प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को प्रमाण-पत्र तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। राज्यपाल ने आम महोत्सव प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा आम की प्रजातियों के बारे में जानकारी भी प्राप्त की। इस अवसर पर उद्यान मंत्री श्री दारा सिंह चैहान, प्रमुख सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण श्री सुधीर गर्ग, विशेष सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण श्री आर0पी0 सिंह, निदेशक उद्यान श्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह सहित बड़ी संख्या में आम प्रेमी उपस्थित थे। आम महोत्सव का शुभारम्भ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल किया था। प्रदर्शनी में व्यक्तिगत सहित उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के विभिन्न संस्थानों ने भी अपने प्रदर्श का प्रदर्शन किया था।
        राज्यपाल ने पुरस्कार वितरण के बाद अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ‘मैं इस कार्यक्रम के बाद गीता परिवार द्वारा आयोजित कार्यक्रम संस्कार महाकुंभ में जा रहा हूँ लेकिन मैंने आज यहाँ उत्तर प्रदेश आम महोत्सव 2018 में जो देखा वह वास्तव में आम महाकुंभ था।’ आम की एक हजार प्रजातियों में से 700 प्रजातियाँ उत्तर प्रदेश में पाई जाती हैं। आम के उत्पादन संरक्षण व ब्रांडिंग के लिए नवोन्मेष पर विचार करने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश से जितना आम निर्यात होगा उतना ही किसानों की आमदनी बढ़ेगी। आबादी की दृष्टि से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा प्रदेश है। विश्व के केवल 3 देशों के आबादी उत्तर प्रदेश से अधिक है। उत्तर प्रदेश बढ़ेगा तो देश बढ़ेगा। उत्तर प्रदेश के आमों की विशेषता को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जो उत्तर प्रदेश में होता है वह देश का मार्गदर्शक होता है।
        श्री नाईक ने आम महोत्सव की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी प्रदर्शनी का आयोजन वास्तव में ऐतिहासिक काम है। उन्होंने कहा कि वे मुंबई से आते हैं जहाँ का हापुस आम अपने स्वाद और गुणवत्ता के लिए बेमिसाल माना जाता है। लखनऊ के मलिहाबाद की दशहरी और वाराणसी का लंगड़ा आम भी स्वाद में अद्भुत है। उत्पादन और प्रबंधन की तकनीकी पहलुओं की जानकारी का प्रयोग फल उत्पादक तक पहुंचे। प्रसंस्करण, विपणन, निर्यात एवं गुणवत्ता में वृद्धि के सभी आयामों पर परिचर्चा करके बागवानों को अधिक से अधिक लाभ दिलाने का प्रयास होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन किसानों को जानकारी देने की दृष्टि से महत्वपूर्ण होते हैं।
        उद्यान मंत्री श्री दारा सिंह चैहान ने कहा कि कल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आम महोत्सव का उद्घाटन करके किसानों को मान बढ़ाया और आज राज्यपाल ने पुरस्कार वितरण के माध्यम से आम उत्पादकों को सम्मानित किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही है। किसानों की आय दोगुनी होने पर ही देश बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों और बागवानों के हित के लिए संवेदनशील है। इसी दृष्टि से नई सरकार की पहली कैबिनेट में किसानों की कर्ज माफी का निर्णय लिया गया।
        प्रदर्शनी में आम की सर्वाधिक किस्मों को प्रदर्शित करने हेतु श्री एस0सी0 शुक्ला लखनऊ को प्रथम पुरस्कार तथा उत्तराखण्ड के कृषक श्री नरेन्द्र कुमार गिल को आम की रंगीन प्रजाति ‘अरूणिका’ का सर्वोत्तम प्रदर्श घोषित किया गया। प्रदर्शनी में 22 पुरस्कारों के साथ श्री इकबाल अहमद लखनऊ को सर्वाधिक पुरस्कार विजेता घोषित किया गया। श्रीमती मधु तिवारी राजकीय फल संरक्षण केन्द्र लखनऊ को आम आधारित संरक्षित उत्पाद वर्ग की प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया। महोत्सव में प्रदेश के आम बाहुल्य जनपदों से आये कृषकों को औद्योनिकी से जुड़े संस्थानों के वैज्ञानिकों/विषय-विशेषज्ञों द्वारा आम उत्पादन की आधुनिक तकनीक, विपणन तथा निर्यात से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर जानकारी प्रदान की गई।

Comments

मुख्य समाचार

योगी आदित्यनाथ के मंत्रिपरिषद के महत्वपूर्ण निर्णय

राज्यपाल से मिले प्रशिक्षु आई0पी0एस0 अधिकारी..

वर्षांत समीक्षा 2018 - मानव संसाधन विकास मंत्रालय