पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा सर्राफा व्यवसायियों की प्रमुख समस्याओं के त्वरित निराकरण के निर्देश..
ओ0पी0 सिंह, पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा समस्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक, प्रभारी जनपदों को प्रदेश के सर्राफा व्यापारियों की समस्याओं के त्वरित निराकरण कराये जाने के निम्न निर्देश दिये गये हैः-
1 जनपद में प्रत्येक माह होने वाली व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ की बैठक में जनपद के समस्त सर्राफा व्यापारियों एवं संगठन के पदाधिकारियों को बैठक में प्रतिभाग करने हेतु अवश्य आमंत्रित किया जाये।
2 जनपद के पुलिस अधीक्षक एवं व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी द्वारा सर्राफा व्यापारियों के साथ सीधे संवाद कर उनका त्वरित निराकरण सुनिश्चित कराया जाये।
3 सर्राफा व्यापारियों के साथ लूट व डकैती की घटनाओं की रोकथाम के लिये उनके साथ मासिक बैठक में उन्हें अपनी-अपनी दुकानों व शो रूम में तथा बाहर की तरफ सीसीटीवी कैमरे लगवाने तथा जनपद के मुख्य सर्राफा बाजार व मार्केट में मार्केट प्रारम्भ होने से बन्द होने तक एवं रात्रि में पर्याप्त पुलिस पिकेट एवं होमगार्डस् आदि की ड्यूटी लगवाकर सतर्क दृष्टि से निगरानी करायी जाये, जिससे अपराधी व कतिपय अराजक तत्वों द्वारा सर्राफा व्यापारियों के साथ किसी प्रकार की घटना न कारित की जा सके। जनता एवं पुलिस की सक्रिय सहभागिता के माडल पर समन्वित ैमबनतपजल च्संद तैयार किया जाये एवं उसका समय-समय पर अनुश्रवण किया जाय।
4 विगत में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के साथ घटित लूट व डकैती, अपहरण एवं हत्या आदि की घटनाओं के सम्बन्ध में पंजीकृत अभियोगों की शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर त्वरित विवेचना कराकर गुण-दोष के आधार पर केस का शीघ्रता से अनावरण कराया जाये तथा अपने स्तर से इस प्रकार के प्रकरणों की स्वयं समीक्षा कर लें।
5 पुलिस द्वारा सर्राफा व्यापारियों की समुचित सुरक्षा हेतु सार्थक प्रयास किये जाय।
6 सर्राफा व्यापारियों को उनके जनपद/आस-पास के जनपदों में च्ै।त्। के अन्र्तगत लाइसेंस प्राप्त प्राइवेट सुरक्षा एजेंसियों से सुरक्षा प्राप्त कराने में यथोचित सहयोग प्रदान किया जाय।
7 सर्राफा व्यापारियों के ऊपर यदि कतिपय प्रकरणों में किसी के द्वारा आरोप लगाये जाते हैं, तो इस सम्बन्ध में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के संगठन के पदाधिकारियों से सम्बन्धित के आचरण एवं व्यवहार आदि की जानकारी प्राप्त करके उपलब्ध साक्ष्यों के अनुक्रम में पारदर्शितापूर्ण विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
8 सर्राफा व्यापारियों के आवागमन के दौरान उनके संगठन द्वारा निर्गत किये गये गोल्डन कार्ड/परिचय पत्र एवं सम्बन्धित कागजात दिखाये जाने हेतु उनके साथ सम्मान जनक व्यवहार किया जाये।
9 जनपद में किसी प्रकार की आपात स्थिति में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के संगठन आदि के द्वारा विषम परिस्थितियों में अपना सहयोग प्रदान किये जाने की इच्छा व्यक्त की जाती है तो उन्हें मान्यता प्रदान करते हुये उनसे पूर्ण सहयोग प्राप्त किया जाये।
10 जनपद में सर्राफा व्यापारियों के साथ समन्वय स्थापित करके उनकी समस्याओं का पूर्ण संवेदनशीलता एवं सहानुभूतिपूर्वक त्वरित निराकरण कराया जाये तथा उनके बीच पुलिस की मित्र छवि प्रदर्शित की जाये, जिससे आपके जनपद के सर्राफा व्यापारियों आदि में पुलिस के प्रति विश्वास की भावना सुदृढ़ हो सके तथा वह स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें।
ओ0पी0 सिंह, पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा समस्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक, प्रभारी जनपदों को प्रदेश के सर्राफा व्यापारियों की समस्याओं के त्वरित निराकरण कराये जाने के निम्न निर्देश दिये गये हैः-
1 जनपद में प्रत्येक माह होने वाली व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ की बैठक में जनपद के समस्त सर्राफा व्यापारियों एवं संगठन के पदाधिकारियों को बैठक में प्रतिभाग करने हेतु अवश्य आमंत्रित किया जाये।
2 जनपद के पुलिस अधीक्षक एवं व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी द्वारा सर्राफा व्यापारियों के साथ सीधे संवाद कर उनका त्वरित निराकरण सुनिश्चित कराया जाये।
3 सर्राफा व्यापारियों के साथ लूट व डकैती की घटनाओं की रोकथाम के लिये उनके साथ मासिक बैठक में उन्हें अपनी-अपनी दुकानों व शो रूम में तथा बाहर की तरफ सीसीटीवी कैमरे लगवाने तथा जनपद के मुख्य सर्राफा बाजार व मार्केट में मार्केट प्रारम्भ होने से बन्द होने तक एवं रात्रि में पर्याप्त पुलिस पिकेट एवं होमगार्डस् आदि की ड्यूटी लगवाकर सतर्क दृष्टि से निगरानी करायी जाये, जिससे अपराधी व कतिपय अराजक तत्वों द्वारा सर्राफा व्यापारियों के साथ किसी प्रकार की घटना न कारित की जा सके। जनता एवं पुलिस की सक्रिय सहभागिता के माडल पर समन्वित ैमबनतपजल च्संद तैयार किया जाये एवं उसका समय-समय पर अनुश्रवण किया जाय।
4 विगत में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के साथ घटित लूट व डकैती, अपहरण एवं हत्या आदि की घटनाओं के सम्बन्ध में पंजीकृत अभियोगों की शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर त्वरित विवेचना कराकर गुण-दोष के आधार पर केस का शीघ्रता से अनावरण कराया जाये तथा अपने स्तर से इस प्रकार के प्रकरणों की स्वयं समीक्षा कर लें।
5 पुलिस द्वारा सर्राफा व्यापारियों की समुचित सुरक्षा हेतु सार्थक प्रयास किये जाय।
6 सर्राफा व्यापारियों को उनके जनपद/आस-पास के जनपदों में च्ै।त्। के अन्र्तगत लाइसेंस प्राप्त प्राइवेट सुरक्षा एजेंसियों से सुरक्षा प्राप्त कराने में यथोचित सहयोग प्रदान किया जाय।
7 सर्राफा व्यापारियों के ऊपर यदि कतिपय प्रकरणों में किसी के द्वारा आरोप लगाये जाते हैं, तो इस सम्बन्ध में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के संगठन के पदाधिकारियों से सम्बन्धित के आचरण एवं व्यवहार आदि की जानकारी प्राप्त करके उपलब्ध साक्ष्यों के अनुक्रम में पारदर्शितापूर्ण विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
8 सर्राफा व्यापारियों के आवागमन के दौरान उनके संगठन द्वारा निर्गत किये गये गोल्डन कार्ड/परिचय पत्र एवं सम्बन्धित कागजात दिखाये जाने हेतु उनके साथ सम्मान जनक व्यवहार किया जाये।
9 जनपद में किसी प्रकार की आपात स्थिति में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के संगठन आदि के द्वारा विषम परिस्थितियों में अपना सहयोग प्रदान किये जाने की इच्छा व्यक्त की जाती है तो उन्हें मान्यता प्रदान करते हुये उनसे पूर्ण सहयोग प्राप्त किया जाये।
10 जनपद में सर्राफा व्यापारियों के साथ समन्वय स्थापित करके उनकी समस्याओं का पूर्ण संवेदनशीलता एवं सहानुभूतिपूर्वक त्वरित निराकरण कराया जाये तथा उनके बीच पुलिस की मित्र छवि प्रदर्शित की जाये, जिससे आपके जनपद के सर्राफा व्यापारियों आदि में पुलिस के प्रति विश्वास की भावना सुदृढ़ हो सके तथा वह स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें।
ओ0पी0 सिंह, पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा समस्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक, प्रभारी जनपदों को प्रदेश के सर्राफा व्यापारियों की समस्याओं के त्वरित निराकरण कराये जाने के निम्न निर्देश दिये गये हैः-
1 जनपद में प्रत्येक माह होने वाली व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ की बैठक में जनपद के समस्त सर्राफा व्यापारियों एवं संगठन के पदाधिकारियों को बैठक में प्रतिभाग करने हेतु अवश्य आमंत्रित किया जाये।
2 जनपद के पुलिस अधीक्षक एवं व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी द्वारा सर्राफा व्यापारियों के साथ सीधे संवाद कर उनका त्वरित निराकरण सुनिश्चित कराया जाये।
3 सर्राफा व्यापारियों के साथ लूट व डकैती की घटनाओं की रोकथाम के लिये उनके साथ मासिक बैठक में उन्हें अपनी-अपनी दुकानों व शो रूम में तथा बाहर की तरफ सीसीटीवी कैमरे लगवाने तथा जनपद के मुख्य सर्राफा बाजार व मार्केट में मार्केट प्रारम्भ होने से बन्द होने तक एवं रात्रि में पर्याप्त पुलिस पिकेट एवं होमगार्डस् आदि की ड्यूटी लगवाकर सतर्क दृष्टि से निगरानी करायी जाये, जिससे अपराधी व कतिपय अराजक तत्वों द्वारा सर्राफा व्यापारियों के साथ किसी प्रकार की घटना न कारित की जा सके। जनता एवं पुलिस की सक्रिय सहभागिता के माडल पर समन्वित ैमबनतपजल च्संद तैयार किया जाये एवं उसका समय-समय पर अनुश्रवण किया जाय।
4 विगत में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के साथ घटित लूट व डकैती, अपहरण एवं हत्या आदि की घटनाओं के सम्बन्ध में पंजीकृत अभियोगों की शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर त्वरित विवेचना कराकर गुण-दोष के आधार पर केस का शीघ्रता से अनावरण कराया जाये तथा अपने स्तर से इस प्रकार के प्रकरणों की स्वयं समीक्षा कर लें।
5 पुलिस द्वारा सर्राफा व्यापारियों की समुचित सुरक्षा हेतु सार्थक प्रयास किये जाय।
6 सर्राफा व्यापारियों को उनके जनपद/आस-पास के जनपदों में च्ै।त्। के अन्र्तगत लाइसेंस प्राप्त प्राइवेट सुरक्षा एजेंसियों से सुरक्षा प्राप्त कराने में यथोचित सहयोग प्रदान किया जाय।
7 सर्राफा व्यापारियों के ऊपर यदि कतिपय प्रकरणों में किसी के द्वारा आरोप लगाये जाते हैं, तो इस सम्बन्ध में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के संगठन के पदाधिकारियों से सम्बन्धित के आचरण एवं व्यवहार आदि की जानकारी प्राप्त करके उपलब्ध साक्ष्यों के अनुक्रम में पारदर्शितापूर्ण विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
8 सर्राफा व्यापारियों के आवागमन के दौरान उनके संगठन द्वारा निर्गत किये गये गोल्डन कार्ड/परिचय पत्र एवं सम्बन्धित कागजात दिखाये जाने हेतु उनके साथ सम्मान जनक व्यवहार किया जाये।
9 जनपद में किसी प्रकार की आपात स्थिति में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के संगठन आदि के द्वारा विषम परिस्थितियों में अपना सहयोग प्रदान किये जाने की इच्छा व्यक्त की जाती है तो उन्हें मान्यता प्रदान करते हुये उनसे पूर्ण सहयोग प्राप्त किया जाये।
10 जनपद में सर्राफा व्यापारियों के साथ समन्वय स्थापित करके उनकी समस्याओं का पूर्ण संवेदनशीलता एवं सहानुभूतिपूर्वक त्वरित निराकरण कराया जाये तथा उनके बीच पुलिस की मित्र छवि प्रदर्शित की जाये, जिससे आपके जनपद के सर्राफा व्यापारियों आदि में पुलिस के प्रति विश्वास की भावना सुदृढ़ हो सके तथा वह स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें।
1 जनपद में प्रत्येक माह होने वाली व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ की बैठक में जनपद के समस्त सर्राफा व्यापारियों एवं संगठन के पदाधिकारियों को बैठक में प्रतिभाग करने हेतु अवश्य आमंत्रित किया जाये।
2 जनपद के पुलिस अधीक्षक एवं व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी द्वारा सर्राफा व्यापारियों के साथ सीधे संवाद कर उनका त्वरित निराकरण सुनिश्चित कराया जाये।
3 सर्राफा व्यापारियों के साथ लूट व डकैती की घटनाओं की रोकथाम के लिये उनके साथ मासिक बैठक में उन्हें अपनी-अपनी दुकानों व शो रूम में तथा बाहर की तरफ सीसीटीवी कैमरे लगवाने तथा जनपद के मुख्य सर्राफा बाजार व मार्केट में मार्केट प्रारम्भ होने से बन्द होने तक एवं रात्रि में पर्याप्त पुलिस पिकेट एवं होमगार्डस् आदि की ड्यूटी लगवाकर सतर्क दृष्टि से निगरानी करायी जाये, जिससे अपराधी व कतिपय अराजक तत्वों द्वारा सर्राफा व्यापारियों के साथ किसी प्रकार की घटना न कारित की जा सके। जनता एवं पुलिस की सक्रिय सहभागिता के माडल पर समन्वित ैमबनतपजल च्संद तैयार किया जाये एवं उसका समय-समय पर अनुश्रवण किया जाय।
4 विगत में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के साथ घटित लूट व डकैती, अपहरण एवं हत्या आदि की घटनाओं के सम्बन्ध में पंजीकृत अभियोगों की शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर त्वरित विवेचना कराकर गुण-दोष के आधार पर केस का शीघ्रता से अनावरण कराया जाये तथा अपने स्तर से इस प्रकार के प्रकरणों की स्वयं समीक्षा कर लें।
5 पुलिस द्वारा सर्राफा व्यापारियों की समुचित सुरक्षा हेतु सार्थक प्रयास किये जाय।
6 सर्राफा व्यापारियों को उनके जनपद/आस-पास के जनपदों में च्ै।त्। के अन्र्तगत लाइसेंस प्राप्त प्राइवेट सुरक्षा एजेंसियों से सुरक्षा प्राप्त कराने में यथोचित सहयोग प्रदान किया जाय।
7 सर्राफा व्यापारियों के ऊपर यदि कतिपय प्रकरणों में किसी के द्वारा आरोप लगाये जाते हैं, तो इस सम्बन्ध में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के संगठन के पदाधिकारियों से सम्बन्धित के आचरण एवं व्यवहार आदि की जानकारी प्राप्त करके उपलब्ध साक्ष्यों के अनुक्रम में पारदर्शितापूर्ण विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
8 सर्राफा व्यापारियों के आवागमन के दौरान उनके संगठन द्वारा निर्गत किये गये गोल्डन कार्ड/परिचय पत्र एवं सम्बन्धित कागजात दिखाये जाने हेतु उनके साथ सम्मान जनक व्यवहार किया जाये।
9 जनपद में किसी प्रकार की आपात स्थिति में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के संगठन आदि के द्वारा विषम परिस्थितियों में अपना सहयोग प्रदान किये जाने की इच्छा व्यक्त की जाती है तो उन्हें मान्यता प्रदान करते हुये उनसे पूर्ण सहयोग प्राप्त किया जाये।
10 जनपद में सर्राफा व्यापारियों के साथ समन्वय स्थापित करके उनकी समस्याओं का पूर्ण संवेदनशीलता एवं सहानुभूतिपूर्वक त्वरित निराकरण कराया जाये तथा उनके बीच पुलिस की मित्र छवि प्रदर्शित की जाये, जिससे आपके जनपद के सर्राफा व्यापारियों आदि में पुलिस के प्रति विश्वास की भावना सुदृढ़ हो सके तथा वह स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें।
ओ0पी0 सिंह, पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा समस्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक, प्रभारी जनपदों को प्रदेश के सर्राफा व्यापारियों की समस्याओं के त्वरित निराकरण कराये जाने के निम्न निर्देश दिये गये हैः-
1 जनपद में प्रत्येक माह होने वाली व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ की बैठक में जनपद के समस्त सर्राफा व्यापारियों एवं संगठन के पदाधिकारियों को बैठक में प्रतिभाग करने हेतु अवश्य आमंत्रित किया जाये।
2 जनपद के पुलिस अधीक्षक एवं व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी द्वारा सर्राफा व्यापारियों के साथ सीधे संवाद कर उनका त्वरित निराकरण सुनिश्चित कराया जाये।
3 सर्राफा व्यापारियों के साथ लूट व डकैती की घटनाओं की रोकथाम के लिये उनके साथ मासिक बैठक में उन्हें अपनी-अपनी दुकानों व शो रूम में तथा बाहर की तरफ सीसीटीवी कैमरे लगवाने तथा जनपद के मुख्य सर्राफा बाजार व मार्केट में मार्केट प्रारम्भ होने से बन्द होने तक एवं रात्रि में पर्याप्त पुलिस पिकेट एवं होमगार्डस् आदि की ड्यूटी लगवाकर सतर्क दृष्टि से निगरानी करायी जाये, जिससे अपराधी व कतिपय अराजक तत्वों द्वारा सर्राफा व्यापारियों के साथ किसी प्रकार की घटना न कारित की जा सके। जनता एवं पुलिस की सक्रिय सहभागिता के माडल पर समन्वित ैमबनतपजल च्संद तैयार किया जाये एवं उसका समय-समय पर अनुश्रवण किया जाय।
4 विगत में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के साथ घटित लूट व डकैती, अपहरण एवं हत्या आदि की घटनाओं के सम्बन्ध में पंजीकृत अभियोगों की शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर त्वरित विवेचना कराकर गुण-दोष के आधार पर केस का शीघ्रता से अनावरण कराया जाये तथा अपने स्तर से इस प्रकार के प्रकरणों की स्वयं समीक्षा कर लें।
5 पुलिस द्वारा सर्राफा व्यापारियों की समुचित सुरक्षा हेतु सार्थक प्रयास किये जाय।
6 सर्राफा व्यापारियों को उनके जनपद/आस-पास के जनपदों में च्ै।त्। के अन्र्तगत लाइसेंस प्राप्त प्राइवेट सुरक्षा एजेंसियों से सुरक्षा प्राप्त कराने में यथोचित सहयोग प्रदान किया जाय।
7 सर्राफा व्यापारियों के ऊपर यदि कतिपय प्रकरणों में किसी के द्वारा आरोप लगाये जाते हैं, तो इस सम्बन्ध में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के संगठन के पदाधिकारियों से सम्बन्धित के आचरण एवं व्यवहार आदि की जानकारी प्राप्त करके उपलब्ध साक्ष्यों के अनुक्रम में पारदर्शितापूर्ण विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
8 सर्राफा व्यापारियों के आवागमन के दौरान उनके संगठन द्वारा निर्गत किये गये गोल्डन कार्ड/परिचय पत्र एवं सम्बन्धित कागजात दिखाये जाने हेतु उनके साथ सम्मान जनक व्यवहार किया जाये।
9 जनपद में किसी प्रकार की आपात स्थिति में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के संगठन आदि के द्वारा विषम परिस्थितियों में अपना सहयोग प्रदान किये जाने की इच्छा व्यक्त की जाती है तो उन्हें मान्यता प्रदान करते हुये उनसे पूर्ण सहयोग प्राप्त किया जाये।
10 जनपद में सर्राफा व्यापारियों के साथ समन्वय स्थापित करके उनकी समस्याओं का पूर्ण संवेदनशीलता एवं सहानुभूतिपूर्वक त्वरित निराकरण कराया जाये तथा उनके बीच पुलिस की मित्र छवि प्रदर्शित की जाये, जिससे आपके जनपद के सर्राफा व्यापारियों आदि में पुलिस के प्रति विश्वास की भावना सुदृढ़ हो सके तथा वह स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें।
ओ0पी0 सिंह, पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा समस्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक, प्रभारी जनपदों को प्रदेश के सर्राफा व्यापारियों की समस्याओं के त्वरित निराकरण कराये जाने के निम्न निर्देश दिये गये हैः-
1 जनपद में प्रत्येक माह होने वाली व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ की बैठक में जनपद के समस्त सर्राफा व्यापारियों एवं संगठन के पदाधिकारियों को बैठक में प्रतिभाग करने हेतु अवश्य आमंत्रित किया जाये।
2 जनपद के पुलिस अधीक्षक एवं व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी द्वारा सर्राफा व्यापारियों के साथ सीधे संवाद कर उनका त्वरित निराकरण सुनिश्चित कराया जाये।
3 सर्राफा व्यापारियों के साथ लूट व डकैती की घटनाओं की रोकथाम के लिये उनके साथ मासिक बैठक में उन्हें अपनी-अपनी दुकानों व शो रूम में तथा बाहर की तरफ सीसीटीवी कैमरे लगवाने तथा जनपद के मुख्य सर्राफा बाजार व मार्केट में मार्केट प्रारम्भ होने से बन्द होने तक एवं रात्रि में पर्याप्त पुलिस पिकेट एवं होमगार्डस् आदि की ड्यूटी लगवाकर सतर्क दृष्टि से निगरानी करायी जाये, जिससे अपराधी व कतिपय अराजक तत्वों द्वारा सर्राफा व्यापारियों के साथ किसी प्रकार की घटना न कारित की जा सके। जनता एवं पुलिस की सक्रिय सहभागिता के माडल पर समन्वित ैमबनतपजल च्संद तैयार किया जाये एवं उसका समय-समय पर अनुश्रवण किया जाय।
4 विगत में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के साथ घटित लूट व डकैती, अपहरण एवं हत्या आदि की घटनाओं के सम्बन्ध में पंजीकृत अभियोगों की शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर त्वरित विवेचना कराकर गुण-दोष के आधार पर केस का शीघ्रता से अनावरण कराया जाये तथा अपने स्तर से इस प्रकार के प्रकरणों की स्वयं समीक्षा कर लें।
5 पुलिस द्वारा सर्राफा व्यापारियों की समुचित सुरक्षा हेतु सार्थक प्रयास किये जाय।
6 सर्राफा व्यापारियों को उनके जनपद/आस-पास के जनपदों में च्ै।त्। के अन्र्तगत लाइसेंस प्राप्त प्राइवेट सुरक्षा एजेंसियों से सुरक्षा प्राप्त कराने में यथोचित सहयोग प्रदान किया जाय।
7 सर्राफा व्यापारियों के ऊपर यदि कतिपय प्रकरणों में किसी के द्वारा आरोप लगाये जाते हैं, तो इस सम्बन्ध में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के संगठन के पदाधिकारियों से सम्बन्धित के आचरण एवं व्यवहार आदि की जानकारी प्राप्त करके उपलब्ध साक्ष्यों के अनुक्रम में पारदर्शितापूर्ण विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
8 सर्राफा व्यापारियों के आवागमन के दौरान उनके संगठन द्वारा निर्गत किये गये गोल्डन कार्ड/परिचय पत्र एवं सम्बन्धित कागजात दिखाये जाने हेतु उनके साथ सम्मान जनक व्यवहार किया जाये।
9 जनपद में किसी प्रकार की आपात स्थिति में जनपद के सर्राफा व्यापारियों के संगठन आदि के द्वारा विषम परिस्थितियों में अपना सहयोग प्रदान किये जाने की इच्छा व्यक्त की जाती है तो उन्हें मान्यता प्रदान करते हुये उनसे पूर्ण सहयोग प्राप्त किया जाये।
10 जनपद में सर्राफा व्यापारियों के साथ समन्वय स्थापित करके उनकी समस्याओं का पूर्ण संवेदनशीलता एवं सहानुभूतिपूर्वक त्वरित निराकरण कराया जाये तथा उनके बीच पुलिस की मित्र छवि प्रदर्शित की जाये, जिससे आपके जनपद के सर्राफा व्यापारियों आदि में पुलिस के प्रति विश्वास की भावना सुदृढ़ हो सके तथा वह स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें।
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