आगरा में शहरी सार्वजनिक परिवहन कनेक्टिविटी में बढ़ोतरी
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दो कॉरिडोर वाली आगरा मेट्रो रेल परियोजना को मंजूरी दी। यह कॉरिडोर आगरा के प्रमुख सार्वजनिक स्थलों, पर्यटक स्थलों और शहर कलस्टर क्षेत्रों को जोड़ेंगे। मेट्रो रेल प्रणाली के लागू होने से शहर में वाहन यातायात कम होगा और सड़कों पर बेहतर आवाजाही होगी। जिससे भीड़-भाड़, यात्रा समय, यात्रा लागत और प्रदूषण में कमी आएगी। मेट्रो रेल प्रणाली से मार्ग जनित विकास को बढ़ावा मिलेगा, जिससे कॉरिडोरों के साथ बसे आवासीय और व्यापारिक परिसरों के विकास को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्य विशेषताएं
आगरा मेट्रो रेल परियोजना में दो कॉरिडोर होंगे, जो शहर के केंद्र से गुजरने के कारण ताजमहल, आगरा फोर्ट और सिकंदरा के साथ-साथ आईएसबीटी, राजा की मंडी रेलवे स्टेशन, मेडिकल कॉलेज, आगरा केंट रेलवे स्टेशन, कलेक्ट्रेट, संजय प्लेस और आस-पास के घनी आबादी वाले आवासीय क्षेत्रों को जोड़ेंगे।
इन कॉरिडोरों की विशेषताएं इस प्रकार हैं-
- सिकंदरा से ताज ईस्ट गेट कॉरिडोर की कुल लंबाई 14 किलोमीटर है, जो कहीं-कहीं एलिवेटेड और कहीं भूमिगत है। इसमें 13 स्टेशन होंगे जिनमें 6 एलिवेटेड और 7 भूमिगत होंगे।
- आगरा केंट से कालिंदी विहार कॉरिडोर की लंबाई 15.40 किलोमीटर है, जिसके सभी 14 स्टेशन एलिवेटेड होंगे।
- इस परियोजना की अनुमानित लागत 8379.62 करोड़ रुपये है। यह 5 साल में पूरी की जाएगी।
वाणिज्यिक परिचालन शुरू होने के बाद आगरा मेट्रो रेल परियोजना से आगरा शहर की 20 लाख से अधिक जनसंख्या प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगी।
प्रस्तावित कॉरिडोरों में रेलवे स्टेशनों और बीआरटी स्टेशनों के साथ-साथ मल्टीमॉडल इन्टेग्रेशन होगा। इसमें बसों का फीडर नेटवर्क, मध्यवर्ती सार्वजनिक परिवहन (आईपीटी) और गैर-मोटरीकृत परिवहन होगा। इस परियोजना में किराए और विज्ञापनों से गैर-किराया बॉक्स राजस्व के साथ-साथ मार्गजनित विकास और विकास अधिकार हस्तांतरण (टीडीआर) की प्रणाली के माध्यम से वेल्यू कैप्चर फाइनेन्सिंग (वीसीएफ) भी प्राप्त होगी।
कनेक्टिविटी विशेषताएं-
इन मेट्रो रेल कॉरिडोरों के साथ बसे आवासीय क्षेत्र इस परियोजना से बहुत लाभांवित होंगे। इन क्षेत्रों के लोग अपने आस-पास के स्टेशनों से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जाने के लिए इन ट्रेनों में सुविधापूर्वक यात्रा कर सकेंगे।
सिकंदरा से ताज ईस्ट कॉरिडोर शहर के बीच से गुजरेगा और प्रमुख पर्यटक स्थलों जैसे ताज महल, आगरा फोर्ट, सिकंदरा के साथ-साथ आईएसबीटी, राजा की मंडी रेलवे स्टेशन और मेडिकल कॉलेज आदि को जोड़ेगा।
आगरा केंट से कालिंदी विहार कॉरिडोर, आगरा केंट रेलवे स्टेशन, कलेक्ट्रेट, संजय प्लेस और आस-पास के घनी आबादी वाले आवासीय क्षेत्रों को जोड़ेगा। यह मेट्रो आगरा के निवासियों, यात्रियो, औद्योगिक कामगारों और यात्रियों को पर्यावरण अनुकूल और स्थायी सार्वजनिक परिवहन उपलब्ध कराएगी।
परियोजना विवणः
लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन, भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की 50-50 अनुपात वाली संयुक्त स्वामित्व की कंपनी का गठन परियोजना के निष्पादन के लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) के रूप में किया जाएगा।
आगरा मेट्रो रेल परियोजना का वित्त पोषण बराबर इक्विटी आधार पर भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा और आंशिक रूप से द्विपक्षीय/बहुपक्षीय अंतर्राष्ट्रीय वित्त पोषण एजेंसी/एजेंसियों द्वारा उदार ऋण के रूप में किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश सरकार वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान इस अवधि के लिए 175 करोड़ रुपये पहले ही आवंटित कर चुकी हैं।
प्रभावः
यह परियोजना शहर के शहरी समुदाय के लिए सस्ती, विश्वसनीय, सुरक्षित, निश्चित और सरल सतत प्रणाली उपलब्ध कराएगी। इससे दुर्घटनाओं, प्रदूषण, यात्रा समय, ऊर्जा खपत, असमाजिक घटनाओं में कमी आने के साथ-साथ शहरी विस्तार और सतत विकास के लिए भूमि उपयोग को नियंत्रित होगा।
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