एनएचएआई द्वारा रियायत प्राप्त करने वालों, ठेकेदारों और सलाहकारों की रेटिंग शुरू की जाएगी

 अपने सलाहकारोंठेकेदारों और रियायत प्राप्त करने वालो के लिए एक पारदर्शी और व्यापक 'प्रदर्शन रेटिंगप्रणाली स्थापित करने के लिएएनएचएआई द्वारा एक 'वेंडर परफॉर्मेंस इवैल्यूएशन सिस्टमविकसित की गई है। एनएचएआई के अनुसारएनएचएआई की विभिन्न परियोजनाओं के लिए विक्रेताओं के प्रदर्शन को ट्रैक करने के लिए विक्रेताओं का पोर्टल आधारित वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन शुरू किया गया है।

यह पोर्टल एनएचएआई की वेबसाइट पर 'वेंडर परफॉर्मेंस इवैल्यूएशन सिस्टमके अंतर्गत उपलब्ध है। इस पोर्टल के अंतर्गतएनएचएआई का कहना है किविक्रेताओं को एक आत्म-मूल्यांकन करना होता है और उनके द्वारा निष्पादित की जा रही परियोजनाओं की गतिविधियों से संबंधित दस्तावेजों को पोर्टल पर अपलोड करना होता है। एनएचएआई द्वारा कई स्तरों पर प्रस्तुतियों की समीक्षा की जाती हैजिसके आधार पर विक्रेताओं को रेटिंग प्रदान की जाती है।

पोर्टल में बीओटी (टोल)बीओटी (वार्षिकी)एचएएमईपीसी कार्यों के अंतर्गत कार्यान्वयन के तरीके और उसके पूरा होने की स्थिति के अनुसार परियोजनाओं की रेटिंग और प्राधिकरण के इंजीनियरोंस्वतंत्र इंजीनियरों और डीपीआर सलाहकारों के लिए रेटिंग प्रदान करने का प्रावधान है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि मूल्यांकन सबसे ज्यादा वस्तुनिष्ठ और संतुलित तरीके से किया जाता हैविक्रेताओं को रेटिंग प्रदान करने के लिए बहु-स्तरीय समीक्षाएं की जाती है और इसे विक्रेता के साथ साझा किया जाता है। विक्रेता को दिए गए रेटिंग के खिलाफ अपील करने का भी अवसर प्रदान किया जाएगा।

आज की तारीख मेंविक्रेताओं ने 853 परियोजनाओं (519 सलाहकारों और 334 ठेकेदारों) के लिए डेटा भरा है, जिनकी समीक्षा विभिन्न चरणों में की जा रही है।  जो विक्रेता पोर्टल पर आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने में विफल रहेंगेंउन्हें एनएचएआई की बोलियों में शामिल होने की अनुमति नहीं प्रदान की जाएगी।

एनएचएआई द्वारा कहा गया है कि विक्रेताओं के लिए रेटिंग को नई परियोजनाओं में शामिल होने की योग्यता मानदंडों में से एक बनाने के लिए, बोली दस्तावेजों में उपयुक्त संशोधनों को शामिल किया जा रहा है। इस रेटिंग पद्धति से विक्रेता की जवाबदेही बढ़ेगी और हाईवे की गुणवत्ता में सुधार आएगा।

Comments

मुख्य समाचार

योगी आदित्यनाथ के मंत्रिपरिषद के महत्वपूर्ण निर्णय

राज्यपाल से मिले प्रशिक्षु आई0पी0एस0 अधिकारी..

वर्षांत समीक्षा 2018 - मानव संसाधन विकास मंत्रालय