प्रधानमंत्री ने पोषण जागरूकता को जन आंदोलन बनाने में पोषण माह के महत्व पर प्रकाश डाला
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मान की बात’कार्यक्रम मेंअपने नए संबोधन में कहा कि सितंबर के महीने को पोषण माह के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्र और पोषण बहुत निकटता से जुड़े हुए हैं। उन्होंने"यथा अन्नं तथा मनम्" कहावत का जिक्र किया जिसका अर्थ है कि मानसिक और बौद्धिक विकास सीधे हमारे भोजन की गुणवत्ता से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि भोजन और उचित पोषण बच्चों और छात्रों को उनकी अधिकतम क्षमता हासिल करने और उनकी ताकत का प्रदर्शन करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि बच्चों को अच्छी तरह से पोषण देने के लिए मां को उचित पोषण प्राप्त करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पोषण का मतलब केवल आहार लेने भर से नहीं है, बल्कि शरीर को लवण,विटामिन आदि जैसे आवश्यक पोषक तत्व भीउपलब्ध कराना है। प्रधानमंत्रीने देश में पिछले कुछ वर्षों के दौरान विशेष रूप से उन गांवों में किए गए के प्रयासों पर ध्यान दिया जहां पोषण सप्ताह और पोषण माह में जनता की भागीदारी पोषण जागरूकता को एक जन आंदोलन में परिवर्तित कर रही है। उन्होंने कहा कि बच्चों में पोषण के प्रति जागरूकता बढ़...