पश्चिम बंगाल और हरियाणा के एमएसएमई को ऑक्सीजन संवर्धन प्रौद्योगिकी हस्तांतरित
एमएसएमई को कहीं अधिक सशक्त और मजबूत बनाने के अपने प्रयास को आगे बढ़ाते हुए सीएसआईआर-सीएमईआरआई ने स्वदेशी रूप से विकसित अपनी तकनीक ऑक्सीजन एनरिचमेंट यूनिट (ओईयू) तीन अन्य उद्यमों को 21.05.2021 को वर्चुअल तरीके से हस्तांतरित किया। इनमें (1) मेसर्स कॉन्करेंट कंट्रोल सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड, आईएमटी मानेसर, गुड़गांव (2) मैसर्स एबी इलास्टो प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, कृष्णापुर, कोलकाता और (3) मेसर्स ऑटोमेशन इंजीनियर्स, पीएस हरे स्ट्रीट, कोलकाता शामिल हैं।
इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) हरीश हिरानी ने कहा कि ऑक्सीजन एनरिचमेंट तकनीक का उपयोग अस्पतालों में आईसीयू, आइसोलेशन वार्ड से लेकर घरों में उपचार के लिए व्यापक तौर पर हो रहा है। रोगियों में प्रभावी उपापचय के लिए पूरक ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। उन्होंने आगे कहा, 'आमतौर पर यह गलत धारणा है कि रोगियों में 90 से ऊपर SPO2 (रक्त में ऑक्सीजन की संतृप्ति) केवल 90 से अधिक ऑक्सीजन प्रतिशत (FiO2) के साथ ही हासिल की जा सकती है। कई बार उचित प्रवाह दर (चिकित्सा पर्यवेक्षण के तहत) के साथ 0.3 से 0.4 के दायरे में पूरक ऑक्सीजन FiO2 की मध्यम मात्रा भी 90 से अधिक SPO2 स्तर प्रदान कर सकती है। उन्होंने रोगियों द्वारा मास्क के उचित उपयोग की आवश्यकता पर भी जोर दिया ताकि उनके परिवार के सदस्यों के बीच संक्रमण से बचा जा सके।
प्रो. हिरानी ने आगे कहा कि संस्थान का उद्देश्य उन उद्यमों के साथ इस प्रौद्योगिकी को साझा करना है जिनके पास विनिर्माण क्षमता है और जो इस उत्पाद के लिए उपयुक्त कच्चे माल की व्यवस्था कर सकते हैं ताकि ओईयू का बड़े पैमाने पर उत्पादन जल्द से जल्द शुरू किया जा सके और आम लोगों तक उसे पहुंचाया जा सके। इससे बड़ी तादाद में लाभार्थियों का कौशल विकास होगा और उनमें रोजगार की क्षमता को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने लाइसेंसधारियों को कच्चे माल की सोर्सिंग, तकनीकी विवरण अथवा ओईयू के उत्पादन से संबंधित मामलों में मदद के लिए संस्थान की ओर से मार्गदर्शन करने का भी आश्वासन दिया।
Comments