मुंबई के छात्र अन्वेषक की सहायता से कोरोना योद्धाओं को मिलेगी ‘कूल’ पीपीई किट
कहा जाता है, आवश्यकता अविष्कार की जननी है। मुंबई के छात्र अन्वेषक निहाल सिंह आदर्श के लिए, अपनी डॉक्टर मां की जरूरत उनकी खोज के लिए प्रेरणा की स्रोत बन गई। कोव-टेक नाम की बेहतरीन और किफायती खोज पीपीई किट के लिए एक वेंटिलेशन प्रणाली है, जो कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में लगे हमारे स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है।
कोव-टेक : पूर्ण रूप से अलग और ‘कूल’ पीपीई अनुभव का भरोसा
प्रफुल्लित नजर आ रहे के. जे. सोमैया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी निहाल ने पीआईबी से बातचीत में, कोव-टेक के इस्तेमाल से पीपीई पहनने वाले कोरोना योद्धाओं के अनुभव में पैदा होने वाले अंतर का वर्णन किया : “कोव-टेक वेंटिलेशन प्रणाली आपको पंखे के नीचे बैठे होने का अहसास दिलाती है, भले ही आप पीपीई सूट के अंदर हों। यह आसपास की हवा लेती है, उसे साफ करती है और उसे पीपीई सूट के अंदर भेजती है। सामान्य रूप से वेंटिलेशन की कमी के चलते, यह गर्म हो जाती है और पीपीई सूट के भीतर नमी बढ़ जाती है; हमारा समाधान भीतर एक हवा का स्थायी प्रवाह सुनिश्चित करके एक आरामदेह अनुभव देने के तरीके की पेशकश करता है।”वेंटिलेशन प्रणाली का डिजाइन पीपीई किट से पूरी तरह से हवा को सील करना सुनिश्चित करती है। यह महज 100 सेकंड के अंतराल में उपयोगकर्ता के लिए ताजी हवा का प्रवाह उपलब्ध कराती है।
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