राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण के नियामकीय दायरे में आने वाली कंपनियों के लिए अनंतिम डेटाबेस का प्रकाशन
राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) कंपनी अधिनियम की धारा 132 के तहत गठित की गई एक नियामकीय संस्था है। इसका गठन उन कंपनियों द्वारा किए जाने वाले लेखांकन और ऑडिट मानकों के अनुपालन पर करीबी नजर रखने के लिए किया गया है जिन्हें पब्लिक इंटरेस्ट एंटिटीज (पीआईई) के रूप में वर्णित किया जा सकता है। इस समूह में सभी सूचीबद्ध कंपनियां और बड़ी गैर-सूचीबद्ध कंपनियां शामिल हैं।
इस अधिदेश या दायित्व का निर्वहन करने के लिए राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण उन कंपनियों और ऑडिटरों का एक सत्यापित एवं सटीक डेटाबेस तैयार करने की प्रक्रिया में है जो एनएफआरए के नियामकीय दायरे में आते हैं।
इस डेटा बेस को तैयार करने में कई अहम कदम शामिल हैं जैसे कि प्राथमिक डेटा स्रोत की पहचान एवं सत्यापन करना, और विभिन्न स्रोतों से डेटा (जैसे कि कंपनी पहचान संख्या (सीआईएन) जो अत्यंत प्रभावकारी है) का मिलान करना। इस संबंध में एनएफआरए भारत में कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय (एमसीए) के कॉरपोरेट डेटा प्रबंधन (सीडीएम) प्रभाग और तीन मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों के साथ जुड़ाव रखता रहा है।
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