चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर का 22वां दीक्षान्त सम्पन्न
राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि दीक्षान्त समारोह पिछली उपलब्धियों पर गर्व करने के साथ-साथ भविष्य के लिए योजनाओं पर विचार करने का अवसर भी होता है। राज्यपाल चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर के 22वें दीक्षान्त समारोह में उपस्थित छात्र-छात्राओं को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि आवश्यकतायें एवं परिस्थितियां सदैव बदलती रहती हैं और नवीन चुनौतियां सामने आती रहती है। अतः यह आवश्यक है कि हम आने वाली कल की चुनौतियों का संज्ञान लें, विश्लेषण करें और उनका मुकाबला करने की योजना बनायें और क्षेत्र व परिस्थिति की आवश्यकता के अनुरूप कार्य करना प्रारम्भ करें। इस अवसर पर राज्यपाल ने 57 छात्र-छात्राओं पदक दिये, जिसमें 26 पदक छात्रों एवं 31 पदक छात्राओं ने प्राप्त किया जबकि कुल 643 विद्यार्थियों को डिग्रियां दी गयी।
राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा और विज्ञान से ही देश समृद्ध हो सकता है। हर विद्यार्थी में प्रतिभा छुपी होती है। उसको पहचानने का कार्य शिक्षक करते हैं। अतः शिक्षक विद्यार्थी में छुपी हुई प्रतिभा को पहचानने और विकसित करने का कार्य करें, जिससे विद्यार्थी स्वयं अपने तथा देश एवं समाज के विकास के लिये औपचारिक शिक्षा और प्रतिभा का उपयोग कर सकें। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय समस्याओं के अनुरूप तकनीक के उपयोग के माध्यम से कृषकों की समस्याओं का कौशलपूर्ण समाधान किया जाए, जिससे कृषि उत्पादन वृद्धि में निरन्तरता तथा टिकाऊपन सम्भव हो सके। उन्होंने कहा कि कृषि छात्र-छात्रायें यहां प्राप्त ज्ञान-विज्ञान के माध्यम से किसानों के विकास में नये-नये नवाचार के माध्यम से महती भूमिका निभायें।
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