अयोध्या के महानायक" बने- योगी आदित्यनाथ
अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट ने जब फैसला राम मंदिर के पक्ष में दिया तो सबसे बड़ी खुशी का दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए था। गोरखपुर के जिस गोरखनाथ मंदिर के वह महंत है उसकी कई पीढ़ी लगातार राम मंदिर के लिए संघर्ष करती रही है। इनमे महंत दिग्विजय नाथ जी महाराज, मंहत अवेध नाथ जी महाराज और अब महंत योगी आदित्यनाथ जी आते है। मंदिर पर फैसला आने के बाद महंत योगी आदित्यनाथ ने अपने इन लोगो और अयोध्या आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महंत परमहंस दास जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
योगी आदित्यनाथ को जब 2017 में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया उस समय ही यह तय हो चुका था कि राम मंदिर निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहने वाली है। उस समय यह बात भविष्य के गर्त में थी। उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ जी ने अयोध्या के विकास में जिस तरह से दिलचस्पी ली उससे भी यह जाहिर हो रहा था कि राम मंदिर निर्माण में उनकी भूमिका अहम होने वाली है। उनकी अहम भूमिका को देखते हुए उनको "अयोध्या के महानायक" माना जा सकता है।
राम जन्मभूमि मंदिर के इतिहास में योगी आदित्यनाथ के "अयोध्या का महानायक" का दर्जा हासिल हो गया है। 2022 तक अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण कर योगी आदित्यनाथ को अपनी इस भूमिका को और मजबूत करना है।
अयोध्या के राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जिस तरह से उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई वो सरल नही थी। हाल के कुछ दिनों में योगी आदित्यनाथ को लेकर जिस तरह से नकारात्मक सोच विरोधियों द्वारा फैलाई जा रही थी उसपर भी विराम लग गया है। अयोध्या फैसले के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भी मजबूत होकर "अयोध्या के महानायक" बनकर उभरे है।
"वरिष्ठ पत्रकार शैलेन्द्र सिंह"
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