प्रधानमंत्री ने अयोध्या मामले में फैसले पर शांति एवं सद्भाव बनाये रखने का आह्वान किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अयोध्या मामले में फैसले पर शांति एवं सद्भाव बनाये रखने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या मुद्दे पर अपना फैसला दे दिया है। इस फैसले को किसी की जीत या हार के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। चाहे राम भक्ति हो या रहीम भक्ति, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमने राष्ट्र भक्ति की भावना को मजबूत किया है। शांति एवं सद्भाव कायम रहे!
आयोध्या मामले में सर्वोच्च न्यायालय का फैसला उल्लेखनीय है क्योंकि: यह इस बात को उजागर करता है कि किसी भी विवाद को कानून की उचित प्रक्रिया के जरिये हल किया जा सकता है। यह हमारी न्यायपालिका की स्वतंत्रता, पारदर्शिता और दूरदर्शिता की पुष्टि करता है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि कानून के समक्ष हर कोई समान है।
इस फैसले ने दशकों से चल रहे विवाद को एक अंजाम तक पहुंचाया है। सुनवाई के दौरान हरेक पक्ष को विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया गया। यह फैसला न्यायिक प्रक्रियाओं में लोगों के विश्वास को और बढ़ाएगा।
आज के फैसले के दौरान 130 करोड़ भारतीयों ने शांति एवं सद्भाव बनाए रखा जो शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। एकता और एकजुटता की यह भावना हमारे राष्ट्र को विकास के लिए शक्ति प्रदान करे। हरेक भारतीय सशक्त बने।
The Honourable Supreme Court has given its verdict on the Ayodhya issue. This verdict shouldn’t be seen as a win or loss for anybody.
Be it Ram Bhakti or Rahim Bhakti, it is imperative that we strengthen the spirit of Rashtra Bhakti.
May peace and harmony prevail!
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