उमंग के 3 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित ऑनलाइन सम्मेलन में उमंग का अंतरराष्ट्रीय वर्जन लांच हुआ
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी, संचार तथा विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद की अध्यक्षता में 23 नवंबर, 2020 को उमंग के 3 वर्ष पूरे होने और दो हजार से अधिक सेवाएं उपलब्ध कराने को लेकर एक ऑनलाइन सम्मेलन का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में उमंग के प्रमुख साझेदार विभागों कर्मचारी भविष्य निधि संगठन, कर्मचारी राज्य बीमा निगम, विदेश मंत्रालय, स्वास्थ्य, एनपीपीए, डीएआर एंड पीजी, शिक्षा, कृषि, पशुपालन, कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) और कैबिनेट सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
इस अवसर पर विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय से श्री रविशंकर प्रसाद ने उमंग का अंतरराष्ट्रीय वर्जन लांच किया, जो कुछ चुने हुए देशों अमेरिका, इंग्लैंड, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूएई, नीदरलैंड, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अपनी सेवाएँ उपलब्ध कराएगा। यह भारतीय अंतर्राष्ट्रीय छात्रों, अप्रवासी भारतीयों और भारत से विदेश जाने वाले पर्यटकों को मदद करेगा। विशेष रूप से भारत सरकार की सेवाएं किसी भी समय उपलब्ध रहेंगी। इसके अलावा उमंग पर मौजूद भारतीय संस्कृति संबंधी सेवाओं की मदद से यह दुनिया को विशेष तौर पर विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने में अहम भूमिका निभाएगा। उमंग का अंतरराष्ट्रीय वर्जन संबंधित देश में प्ले स्टोर पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारतीय दुनिया में कहीं भी रहें लेकिन अपनी मूल जड़ों से यानी भारत से जुड़े रहना चाहते हैं और इसीलिए भारत सरकार ने उमंग पर यह सेवाएं उपलब्ध कराई हैं। यह सेवाएं अप्रवासी भारतीयों के लिए विश्व के विभिन्न देशों में बहुत सक्रिय और महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने आगे कहा कि सांस्कृतिक पोर्टफोलियो पर उपलब्ध सूचनाओं की मदद से विदेशों में बसे भारतीयों को अपनी अगली पीढ़ी तक भारतीय संस्कृति से जुड़ी सूचनाओं को पहुंचाने में मदद मिलेगी।
उमंग पर उपलब्ध 2,000 से अधिक सेवाओं के महत्व और इसकी 3 वर्ष की यात्रा पर श्री प्रसाद ने एक ई-बुक भी लॉन्च किया, जो उमंग पर उपलब्ध विभिन्न श्रेणियों की प्रमुख सेवाओं पर आधारित है। इसमें समाज के विभिन्न वर्गों-किसान से लेकर छात्र, संस्कृति, स्वास्थ्य, उपयोगी सेवाएं, जन शिकायत और नागरिक सहभागिता, वित्त एवं परिवहन, महिला और बच्चों के लिए सेवाएं, युवा कौशल और रोजगार, पुलिस और विधिक सेवाएं, विदेश मंत्रालय के लिए सेवाएं और राज्यों से संबंधित सेवाएं इत्यादि सम्मिलित हैं।
केंद्रीय मंत्री ने उमंग के साझेदार केंद्रीय तथा राज्य सरकारों के विभागों के लिए उमंग पर उपलब्ध सेवाओं के इस्तेमाल के आधार पर हाल ही में शुरू किए गए उमंग पुरस्कारों का भी शुभारंभ किया। केंद्र सरकार के विभाग की श्रेणी में ईपीएफओ को सर्वश्रेष्ठ प्लैटिनम पार्टनर पुरस्कार दिया गया। दूसरे स्थान पर रहा डिजीलॉकर किसे गोल्ड पार्टनर पुरस्कार प्रदान किया गया, जबकि ईएसआईसी और भारत गैस सेवा को सिल्वर पार्टनर पुरस्कार दिए गए। ब्रोंज पार्टनर पुरस्कार एचपी गैस, दूरदर्शन, राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन, सीबीएसई, प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी, जीवन प्रमाण और जन औषधि सुगम को प्रदान किए गए। राज्य सरकार की सेवाओं की श्रेणी में औसत मासिक इस्तेमाल के आधार पर तीन राज्य विजेता घोषित किए गए जिसमें गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश शामिल हैं।
इस अवसर पर बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डिजिटल इंडिया को डिजिटल समावेशन का नेतृत्व करना चाहिए। इसे डिजिटल विभाजन को खत्म करने में सेतु की बनना चाहिए। यह सब तकनीकी की मदद से हासिल किया जा सकता है जो कि देश में विकसित और समावेशी हो। उन्होंने कहा कि इस संबंध में विचार का बीज उस समय पड़ा जब प्रधानमंत्री ने मुझसे कहा कि मैं चाहता हूं कि शासन और प्रशासन प्रत्येक भारतीय के हथेलियों पर उपलब्ध होना चाहिए। उसके बाद से हमने यह कार्यक्रम आरंभ किया और सबसे सुखद आश्चर्य मुझे तथ्यों को देखकर लगता है कि मार्च 2020 में जहां उमंग पर लगभग 643 से सेवाएं उपलब्ध थीं वहीं आज उमंग 2000 से अधिक सेवाएं प्रदान कर रहा है। यह संकेत करता है कि आम भारतीय को डिजिटल सेवा की कितनी आवश्यकता है। प्रधानमंत्री के विचारों का प्रमाण है कि हमारे पास एक ऐसी सरकार है जो प्रत्येक भारतीय के हाथों में है। ई-गवर्नेंस से एम-गवर्नेंस की तरफ वक कदम है।
आधार, जीएसटीएन, आयुष्मान भारत, यूपीआई और उमंग का उदाहरण देते हुए केंद्रीय मंत्री ने रेखांकित किया कि भारत में डिजिटल रूपांतरण इसलिए तेजी से संभव हो पा रहा है क्योंकि वैश्विक मॉडल पर विकसित स्वदेशी उद्यम उपलब्ध है, जिसमें प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत के विशेषज्ञों का योगदान महत्वपूर्ण है।
उमंग टीम की सराहना करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एआई आधारित वॉइस सलूशन विकसित किया जा सकता है ताकि उमंग देश के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले आम जन तक पहुंच सके जो अब तक तमाम सेवाओं से वंचित हैं।
इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में सचिव श्री अजय साहनी ने भी इस बैठक को संबोधित करते हुए उमंग टीम से कहा कि सेवाओं का विकास जारी रखें ताकि विभिन्न विभागों द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली सेवाएं एकीकृत तौर तरीकों से नागरिकों को एक मंच पर उपलब्ध कराई जा सके।
कैबिनेट सचिवालय में समन्वय सचिव ने डीबीटी सेवाओं में उमंग की भूमिका के लिए उसकी सराहना की और उल्लेख किया कि 78 डीबीटी सेवाएं पहले से ही उमंग पर उपलब्ध हैं और जल्द ही सभी डीबीटी सेवाओं को एकीकृत ढंग से उमंग पर उपलब्ध करा दिया जाएगा।
विदेश मंत्रालय में सीपीवी सचिव श्री संजय भट्टाचार्य ने इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को उमंग का अंतरराष्ट्रीय वर्जन लांच करने के लिए धन्यवाद किया और कहा कि यह भारत से बाहर रहने वाले भारतीयों को भारत सरकार की सेवाओं तक पहुंच में बेहद उपयोगी भूमिका निभाएगा। उन्होंने जिक्र किया कि विदेश मंत्रालय उमंग के साथ साझेदारी कर और अधिक वीजा सेवाएं तथा दूतावास सेवाएं उमंग पर उपलब्ध कराएगा।
उमंग एक यूनिफाइड मोबाइल एप्लीकेशन फॉर न्यू एज गवर्नेंस है जो कि भारत सरकार की एक पहल है। यह विभिन्न सेवाओं का एक समाधान है। एकीकृत, सुरक्षित, बहुस्तरीय, बहुभाषी और विभिन्न सेवाओं का मोबाइल एप्लीकेशन है। यह केंद्र और राज्य सरकारों के विभिन्न विभागों की महत्वपूर्ण सेवाएं उपलब्ध कराता है।
उमंग अब बढ़ते हुए कुल 2039 सेवाएं उपलब्ध करा रहा है जिसमें से केंद्र सरकार के 88 विभागों की 373 सेवाएं, 27 राज्यों के 101 विभागों की 487 सेवाएं और 1179 सेवाएं बिल भुगतान से संबंधित हैं। और यह संख्या आगे बढ़ती जा रही है अब तक 3.75 करोड़ लोगों द्वारा उमंग एप्लीकेशन डाउनलोड किया गया है और 2.5 करोड़ पंजीकृत उपयोगकर्ता हैं। प्ले स्टोर पर 1,36,000 उपयोगकर्ताओं ने 4 से अधिक स्टार दिए हैं।
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