आयुष मंत्री श्रीपद नाईक ने केन्द्रीय होम्योपैथी अनुसंधान संस्थान, जयपुर का उद्घाटन किया
केन्द्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाईक ने जयपुर में होम्योपैथी अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने बहिरंग रोग विभाग का शुभारंभ किया।
श्रीपद नाईक ने आयुष के माध्यम से देश की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने एवं उनके आधारभूत ढांचे के विकास पर जोर दिया। संस्थानों में अनुसंधान और शिक्षा के ढांचे को सुधारना एवं चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार ऐसे प्रमुख क्षेत्र हैं जिसमें मंत्रालय ने अथक प्रयास किए हैं। इससे होम्योपैथी में साक्ष्य आधारित अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा और शोध कार्य की गुणवत्ता में वृद्धि होगी। केन्द्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद (सीसीआरएच), भारत सरकार में आयुष मंत्रालय के अधीन एक शीर्ष अनुसंधान संगठन है, जो होम्योपैथी में समन्वय, विकास, प्रसार एवं वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देती है।
इस मौके पर राजस्थान सरकार के चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि होम्योपैथी जीर्ण रोगों जैसे कैंसर, श्वास संबंधी रोगों और त्वचा रोगों में अच्छा काम करती है। इसके अतिरिक्त तीव्र महामारी रोगों जैसे डेंगू, चिकूनगुनिया ज्वर, स्वाईन फ्लू की रोकथाम में यह एक कारगर चिकित्सा प्रणाली है। इसलिए इन रोगों में संस्थान को अनुसंधान कार्य करना चाहिए।
अब इस नये प्रांगण में ओपीडी सुविधाएं आज से आरम्भ हो रही हैं तथा निकट भविष्य मे आईपीडी, नवीन उपकरणों युक्त प्रयोगशालायें जहां रक्त/मूत्र/मल आदि जांच सुविधाएं व अनुसंधान संबंधी अन्य गतिविधियां आरंभ होने जा रही हैं। इसे शीघ्र ही एक्स-रे, ई.सी.जी. अल्ट्रासाउंड आदि सुविधाओं सहित एक पूर्ण अस्पताल के रूप में स्थापित कर लिया जाएगा। रोगियों की आवश्यकताओं की पूर्ति के अलावा, संस्थान में औषध प्रमाणन, नैदानिक सत्यापन और रोग निदान अनुसंधान के क्षेत्र में वैज्ञानिक अनुसंधान किया जाएगा।
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