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Showing posts from February, 2019

भारतीय दिवाला और शोधन अक्षमता बोर्ड (आईबीबीआई) ने मुंबई में वित्‍तीय ऋणदाताओं के लाभ के लिए ‘‘ऋणदाताओं की समिति: लोक विश्‍वास की एक संस्‍था’’ पर अपनी तरह की प्रथम दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया

भारतीय दिवाला और शोधन अक्षमता बोर्ड (आईबीबीआई) ने भारतीय स्‍टेट बैंक (एसबीआई) एवं भारतीय कंपनी मामले संस्‍थान (आईआईसीए) के साथ संयुक्‍त रूप से मुंबई में 15 एवं 16 फरवरी को ‘‘ऋणदाताओं की समिति: लोक विश्‍वास की एक संस्‍था’’ पर अपनी तरह की प्रथमदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया।  यह कार्यशाला अनूठा एवं वित्‍तीय ऋणदाताओं के लाभ के लिए अपनी तरह का प्रथम आयोजन है, जिसमें दिवाला और शोधन अक्षमता कोड, 2016 के तहत ऋणदाताओं की समिति से निर्मित है। प्रमुख अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के 28 वरिष्‍ठ अधिकारियों (महाप्रबंधकों एवं कार्यकारी निदेशकों) ने कार्यशाला में भाग लिया।       संकाय में श्री एम के शरावत (सदस्‍य, एनसीएलटी), डॉ. एम एस साहू (अध्‍यक्ष, आईबीबीआई), श्री एन एस विश्‍वनाथन (डिप्‍टी गवर्नर, आरबीआई), श्री रजनीश कुमार (अध्‍यक्ष, एसबीआई), श्री सी एस शेट्टी (उप प्रबंध निदेशक, एसबीआई), श्री राशेश शाह (अध्‍यक्ष, एडिलविस ग्रुप), श्री अबीजर दिवानजी (पार्टनर, अर्नेस्‍ट एण्‍ड यंग), श्री मनीष अग्रवाल (पार्टनर, केपीएमजी), श्री विजय कुमार वी अय्यर (पार्टनर, डिलॉयट), श्री सं...

देश की रक्षा के लिये अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले इन वीर सपूतों को हमेशा याद किया जायेगा: मुख्यमंत्री

लखनऊ: 18 फरवरी, 2019  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए सेना के मेजर श्री डी0एस0 ढांेडियाल, हेड कांस्टेबल श्री सेवाराम, सिपाही श्री अजय कुमार और सिपाही श्री हरि सिंह को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिये अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले इन वीर सपूतों को हमेशा याद किया जायेगा। मुख्यमंत्री जी ने शहीदों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की है।

राजभवन के उद्यान 25 फरवरी से 11 मार्च तक आम नागरिकों के लिए खुलेंगे

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उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने प्रादेशिक फल-शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2019 का समापन पुरस्कार वितरण कर किया। इस अवसर पर राज्यपाल की पत्नी श्रीमती कुंदा नाईक, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्री दारा सिंह चैहान, प्रमुख सचिव उद्यान श्री सुधीर गर्ग, निदेशक उद्यान डाॅ0 राघवेंद्र प्रताप सिंह, विशेष सचिव उद्यान श्रीमती संदीप कौर, राज्यपाल के विशेष सचिव डाॅ0 अशोक चन्द्र सहित बड़ी संख्या में कृषक, बागवान, दर्शकगण आदि उपस्थित थे। राज्यपाल ने समापन समारोह में घोषणा करते हुए कहा कि राजभवन उद्यान 25 फरवरी से 11 मार्च, 2019 तक 3 से 5 बजे तक आम नागरिकों के लिए खोला जायेगा। राज्यपाल ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदूषण पूरे विश्व के लिए चिन्ता का विषय है। प्रदूषण रोकने में पेड़-पौधों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का संकल्प लिया है। किसानों को उचित मार्गदर्शन मिलने के साथ-साथ उनके ज्ञान में वृद्धि हो तो उपज और आय दोनों अच्छी हो सकती है। खाद्य प्रसंस्करण एवं फसलों के उचित संरक्षण से किसानों...

मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी जी के 150वीं जयन्ती वर्ष में सड़क सुरक्षा जागरूकता मोटर रैली को फ्लैग आॅफ किया

लखनऊ: 17 फरवरी, 2019 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सम्भावित दौरे के मद्देनजर आज जनपद गोरखपुर में फर्टिलाइजर मैदान का स्थलीय निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री जी ने हेलीपैड से कार्यक्रम स्थल तक सफाई की व्यवस्था कराने तथा रैली में आने वाले लोगों के वाहनों की पार्किंग आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आगामी 23 एवं 24 फरवरी को किसान अधिवेशन का आयोजन किया जा रहा है। अधिवेशन का समापन प्रधानमंत्री जी द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री जी विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण भी करेंगे। निरीक्षण के दौरान जनप्रतिनिधिगण, अपर मुख्य सचिव सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी सहित शासन-प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। 

सस्ते ईंधन के लिये अनुसंधान एवं नवाचार की आवश्यकता है - राज्यपाल

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लखनऊः 12 फरवरी, 2019 केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस विभाग द्वारा आज ग्रेटर नोएडा में ‘पेट्रोटेक 2019’ का समापन किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक, केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान, 70 देशों से 7,000 प्रतिनिधिगण, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस विभाग और तेल कंपनियों के अधिकारीगण सहित बड़ी संख्या में विशिष्टजन उपस्थित थे। राज्यपाल श्री राम नाईक एवं केन्द्रीय मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने इस अवसर पर पेट्रोलियम क्षेत्र में अनुसंधान, नवाचार एवं उत्कृष्ट कार्य करने हेतु अनेक महानुभावों एवं संस्थाओं को लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड एवं स्पेशल टेक्निकल अवार्ड से सम्मानित किया। पेट्रोलियम विभाग का यह 13वां आयोजन था। राज्यपाल ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि देश के निरन्तर विकास के लिये सुलभ एवं सस्ती ऊर्जा उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती है। सस्ते ईंधन के लिये अनुसंधान एवं नवाचार की आवश्यकता है। पर्यावरणानुकूल ऊर्जा आज की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराने की दृष्टि से मई 2016 में उत्तर प्रदेश ...

पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा अज्ञात शवों के मर्यादित ढंग से निस्तारण के सम्बन्ध में दिये गये दिशा-निर्देश।

ओ0पी0 सिंह, पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा प्रदेश के समस्त जोनल पुलिस महानिदेशक/अपर पुलिस महानिदेशक रेलवेज, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक/पुलिस उपमहानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक प्रभारी जनपद, उ0प्र0 को निर्देशित किया गया कि लावारिश शवों का सम्मानपूर्वक एवं गरिमापूर्ण ढंग से निस्तारण किया जाय।      मुख्यालय स्तर से इस सम्बन्ध में पूर्व में भी निर्देश अनुपालनार्थ प्रेषित किये गये हैं। उक्त क्रम में लावारिश शवों के मर्यादित ढंग से निस्तारण हेतु निम्न निर्देश निर्गत किये गये हैः-   जब भी अज्ञात शव पुलिस द्वारा प्राप्त किया जाये जिस पर न तो कोई दावा करता हो और न ही जिसे पहचाना जा सके, दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 174 के अधीन अन्वेषण करने वाले पुलिस अधिकारी द्वारा उसका पता लगाने का अधिक से अधिक व्यापक प्रचार-प्रसार करें तथा सोशल मीडिया के माध्यम से भी जानकारी/शिनाख्त का प्रयास किया जाए। जिला अपराध अभिलेख व्यूरो (क्ब्त्ठ) एवं एस0सी0आर0बी ;ैब्त्ठद्ध को भी तत्काल सूचित किया जाए एवं त्रिनेत्र एप के माध्यम से भी पहचान का प्रयास किया जाए। लावारिश शवो...

69वें बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के दौरान ‘इंडिया नेटवर्किंग’ का आयोजन

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बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव- 2019 में हिस्सा लेने गए भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने  ‘ इंडिया नेटवर्किंग ’  का आयोजन किया। इसमें भारत के साथ सहयोग करने के इच्छुक फिल्म उत्सव के प्रमुख दिग्गजों ,  अंतर्राष्ट्रीय फिल्म संघों ,  फिल्म एजेंसियों और प्रसिद्ध फिल्म निर्माताओं ने हिस्सा लिया।       इस दौरान फिल्मों के सह-निर्माण और इस वर्ष होने वाले आईएफएफआई के स्वर्ण जयंती समारोह के लिए साझेदारी करने के विषयों पर चर्चा की गई। इस आयोजन में शिरकत करने वालों को भारत में फिल्म बनाने की आसानी के बारे में बनाई गई नीतियों की भी जानकारी दी गई। इसके लिए वेब पोर्टल  www.ffo.gov.in    का उल्लेख करते हुए बताया किया कि इसके जरिए फिल्म शूटिंग का आवेदन किया जा सकता है। आयोजन के दौरान यह भी बताया किया कि सिनेमाटोग्राफ अधिनियम में संशोधन के जरिए फिल्म पायरेसी को रोकने के प्रयास भी किए गए हैं। इसके पूर्व भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने कांस फिल्म महोत्सव की बिक्री एवं संचालन प्रमुख सुश्री माउद एम्सन से मुलाकात की और उन्हें कांस फिल्म मार्...

ऊर्जा क्षेत्र के अभूतपूर्व सुधारों ने निर्धन से निर्धनतम लोगों तक ऊर्जा न्‍याय पहुंचाने के हमारे कार्य को गति दी है : श्री धर्मेंद्र प्रधान

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज उत्‍तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में भारत के प्रमुख हाइड्रोकार्बन सम्मेलन और प्रदर्शनी पेट्रोटेक –  2019  का औपचारिक उद्घाटन किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ,  केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ,  संस्कृति राज्य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार )  मंत्री श्री महेश शर्मा ,  विदेश से पधारे अनेक मंत्रीगण और अन्य प्रतिष्ठित प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री और सीईओ ,  एडीएनओसी डॉ सुल्तान अल अहमद जाबेर को लाइफटाइम अचीवमेंट इंटरनेशनल अवार्ड प्रदान किया। इस अवसर पर केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि भारत के लिए प्रधानमंत्री के विज़न में ऊर्जा का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। देश में ऊर्जा क्षेत्र में पिछले पांच वर्षों में अभूतपूर्व सुधार हुए हैं। उन्होंने कहा कि इन सुधारों ने प्रधानमंत्री मोद...

आवास निर्माण प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने के लिए ‘लाइट हाउस परियोजना चुनौती’ का शुभारंभ

केन्‍द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने जीएचटीसी-इंडिया के तहत लाइट हाउस परियोजनाओं के निर्माण के लिए पूरे देश में 6 स्‍थलों का चयन करने के लिए राज्‍यों/केन्‍द्रशासित प्रदेशों के लिए एक चुनौती की शुरूआत की है। मंत्रालय ने इस चुनौती में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए सभी राज्‍यों/केन्‍द्रशासित प्रदेशों को प्रोत्‍साहित किया है। निर्धारित मानदंडों के अनुसार सबसे अधिक अंक अर्जित करने वाले 6 राज्‍यों/केन्‍द्रशासित प्रदेशों को लाइट हाउस परियोजनाएं प्रदान की जाएंगी। राज्‍यों/केन्‍द्रशासित प्रदेशों को प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई-शहरी) के दिशा-निर्देशों के अनुसार इन परियोजनाओं के निर्माण के लिए केन्‍द्रीय सहायता उपलब्‍ध कराई जाएगी। इसके अलावा नई प्रौद्योगिकी के उपयोग और अर्थव्‍यवस्‍थाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने और अन्‍य संबंधित कारकों के कारण होने वाले किसी अतिरिक्‍त लागत के प्रभाव को दूर करने के लिए राज्‍यों/केन्‍द्रशासित प्रदेशों के लिए प्रौद्योगिकी   नवाचार अनुदान (टीआईजी) का भी प्रावधान किया गया है। लाइट हाउस परियोजनाओं के लिए चयन किये गए स्‍थलों का सीधे प्रदर्शन के लि...

किसानों के लिए जलवायु संबंधी जोखिमों के प्रबंधन के वास्ते कृषि मौसम विज्ञान में प्रगति पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी नई दिल्ली में शुरू

जलवायु में होने वाले परिवर्तनों और मौसमों में अत्याधिक बदलाव कृषि उत्पादन प्रणाली में जोखिम और अनिश्चितता वैश्विक खाद्य असुरक्षा का प्रमुख कारण बन गए हैं। शोधकर्ताओं ,  नीति निर्माताओं ,  उद्योग और किसानों के बीच कृषि मौसम संबंधी ज्ञान को एक-दूसरे से साझा करने ,  प्रौद्योगिकियों / प्रथाओं की पहचान करने और जोखिम प्रबंधन के लिए एक रोडमैप विकसित करने की तत्काल आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ,  कृषि मौसम वैज्ञानिकों के संघ (एएएमए) ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ,  नई दिल्ली में  “ भारत में किसानों की जलवायु संबंधी जोखिमों के प्रबंधन के लिए कृषि मौसम विज्ञान में प्रगति ”  विषय पर  ( आईएनएजीएमईटी -2019)  तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया है जिसका आज शुभारंभ हुआ।   इसका आयोजन भारतीय मौसम विभाग ,  भारतीय कृषि अनुसंधान संस्‍थान और जवाहरलाल नेहरू विश्‍वविद्यालय ने मिलकर किया है।   संगोष्ठी का उद्घाटन करते हए पृथ्‍वी विज्ञान मंत्रालय में सचिव डॉ. माधवन एन राजीवन ने कहा कि यह  संगोष्ठी मौसम और जलवायु भविष्य...

सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए सभी देशों के बीच व्‍यापक सहयोग की आवश्‍यकता: उपराष्‍ट्रपति

व्‍यापक स्‍तर पर हो रहे पर्यावरण क्षरण और उसके खतरनाक दुष्‍प्रभावों पर गहरी चिंता व्‍यक्‍त करते हुए उपराष्‍ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने दुनिया के सभी देशों से टिकाऊ विकास के लिए व्‍यापक स्‍तर पर सहयोग का आह्वान किया है।  श्री नायडू ने एनर्जी एंड रिसर्च इंस्‍टीट्यूट , टेरी द्वारा आज यहां आयोजित विश्‍व सतत विकास सम्‍मेलन 2019 को संबोधित करते हुए कहा कि समावेशी विकास टिकाऊ विकास पर केन्द्रित है। टिकाऊ कृषि, टिकाऊ शहरीकरण, टिकाऊ ऊर्जा सुरक्षा, टिकाऊ स्‍वच्‍छ ऊर्जा, टिकाऊ कचरा प्रबंधन, टिकाऊ वन्‍य जीव संरक्षण और टिकाऊ हरित पहलें इसमें ही समाहित हैं। उपराष्‍ट्रपति ने कहा कि भारत के पांरपरिक रीति रिवाज सतत जीवन शैली को परिलक्षित करते हैं। भारत के वैदिक दर्शन ने भी हमेशा से ही प्रकृति और मानव के बीच गहरे संबधों पर बल दिया है। उन्‍होंने कहा कि सत‍त विकास के लिए प्रत्‍येक व्‍यक्ति को योगदान करना चाहिए। ऐसा  चाहे तो लंबे ट्रैफिक जाम पर वाहन का इंजन बंद करके या फिर भीड़ भाड़ वाले शहरों में कार्यालय आने जाने के लिए साइकिल का इस्‍तेमाल करके या फिर बेकार हो ...

अखाड़ों का अंतिम शाही स्नान कल प्रयागराज कुंभ में संपन्न हुआ

बसंत पंचमी के अवसर पर कल प्रयागराज कुंभ के स्नान घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। यह कुंभ का चौथा शाही स्‍नान था। स्नान देर शाम तक चलता रहा। अखाड़ों का तीसरा और अंतिम शाही स्नान मुख्य आकर्षण रहा। अखाड़ों के जुलूस क्षेत्र में लोगों का प्रवेश रोकने के लिए भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। मेला प्रशासन ने दावा किया है कि बसंत पंचमी के अवसर पर लगभग दो करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाई। प्रयागराज शहर के संगम के रास्ते में स्थानीय निवासियों ने अधिकांश इलाकों में श्रद्धालुओं को जलपान और भोजन उपलब्ध कराने के लिए अनेक लंगरों का आयोजन किया। इस स्नान पर्व के समापन के साथ मेला क्षेत्र से अखाड़ों की रवानगी शुरू हो जाएगी। माघी पूर्णिमा के अवसर पर प्रयागराज कुंभ का अगला स्नान पर्व 19 फरवरी को होगा।

सामाजिक-आर्थिक विकास में ऊर्जा की अहम भूमिका: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोयडा स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर में भारत के प्रमुख हाइड्रोकार्बन सम्मेलन 13वें पेट्रोटेक-2019 का उद्घाटन किया। अपने उद्घाटन भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा कि सामाजिक-आर्थिक विकास में ऊर्जा की अहम भूमिका होती है। उन्होंने कहा, ‘अर्थव्यवस्था के तेज विकास के लिए उचित मूल्य, स्थिर और सतत ऊर्जा आपूर्ति आवश्यक होती है। इससे आर्थिक लाभ में हिस्सेदारी के लिए समाज के निर्धन और वंचित वर्गों को सहायता भी मिलती है।’  प्रधानमंत्री ने कहा कि ऊर्जा खपत पश्चिम से पूर्व की तरफ आ गई है और शेल क्रांति के बाद अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा तेल और गैस उत्पादक देश बन गया। बहरहाल, सस्ती नवीकरणीय ऊर्जा, प्रौद्योगिकियों और डिजिटल सुविधाओं के बढ़ने के संकेत मौजूद हैं, जिनसे सतत विकास लक्ष्य प्राप्त करने में तेजी आएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय जिम्मेदार मूल्य निर्धारण की जरूरत है, ताकि उत्पादक और उपभोक्ता के हितों के बीच संतुलन स्थापित हो सके। उन्होंने कहा कि हमें तेल और गैस दोनों के लिए पारदर्शी और लचीले बाजारों ...

निजी कम्‍पनियों द्वारा सीएनजी स्‍टेशनों की स्‍थापना के लिए धर्मेंद्र प्रधान द्वारा डीलर स्‍वामित्‍व डीलर परिचालित (डीओडीओ) मॉडल का शुभारम्‍भ

केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने सीएनजी स्टेशनों की स्थापना के लिए आज डीलर स्वामित्व डीलर परिचालित (डीओडीओ) मॉडल का शुभारम्भ किया। उन्होंने योजनाओं के लिए सामान्य दिशा-निर्देश जारी किए, जिनके तहत सीजीडी गतिविधियों के विवेक पर निर्धारित डीलर प्लॉट को विशेष रूप से सीएनजी स्टेशन की स्थापना और उससे संबंधित वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए विकसित किया जाएगा। योजना के तहत, अधिकृत 23 संस्थाओं द्वारा सेवित 87 भौगोलिक क्षेत्रों को कवर किया जाएगा। देश में वर्तमान में 1500 से अधिक सीएनजी स्टेशन परिचालित किए जा रहे हैं, जो 33 लाख से अधिक सीएनजी वाहनों की आवश्‍यकताओं की पूरी करते हैं। सीजीडी बोली के 9वें चरण में, अगले 8 वर्षों में समूचे भारत में 4600 से अधिक नए सीएनजी स्टेशन स्‍थापित किए जाने की संभावना है। वर्तमान में जारी सीजीडी बोली के 10वें चरण में 50 जीए को कवर किए जाने की परिकल्पना की गई है, जो भारत के 24% क्षेत्र और 18% आबादी के लिए जिम्मेदार 14 राज्यों में फैले 124 जिलों को कवर करेगी। बोली के 10वें चरण के बाद देश के 53% क्षे...

गुणवत्‍तापूर्ण शिक्षा गरीबी कम करने का सबसे प्रभावी तरीका

उपराष्‍ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडु ने कहा है कि गुणवत्‍तापूर्ण शिक्षा गरीबी कम करने, लैंगिक समानता प्राप्‍त करने और रोजगार के अवसरों का सृजन करने के लिए सबसे प्रभावी उपायों में एक है। उन्‍होंने कहा कि भारतीय मूल्‍यों की शिक्षा देने के लिए पाठ्यक्रमों में बदलाव किया जाना चाहिए तथा कक्षाओं को आनंदपूर्ण शिक्षा प्राप्ति केंद्र के रूप में परिवर्तित किया जाना चाहिए। आज बेंगलूरू में सीएमआर विश्‍वविद्यालय कैम्‍पस का उद्घाटन करने के बाद श्री नायडु ने कहा कि पाठ्यक्रम, अवसंरचना, शिक्षण और परीक्षाओं में नई चीजों को जोड़ना चाहिए ताकि छात्र 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना कर सकें।  उपराष्‍ट्रपति ने कहा कि सीएमआर जैसे शैक्षणिक संस्‍थानों और शिक्षकों को नवाचार पर जोर देना चाहिए तथा बच्‍चों में वैज्ञानिक सोच की भावना को विकसित करना चाहिए। इन प्रयासों से 21वीं सदी की समस्‍याओं को दूर करने में सहायता मिलेगी। जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करना, स्‍वच्‍छ ऊर्जा, जल संरक्षण, भूखमरी, अपशिष्‍ट प्रबंधन आदि नई सदी की चुनौतियां हैं। उपराष्‍ट्रपति ने कहा कि वैश्विक शिक्षा क्षेत्र में भारत का एक महत...

जॉन मॉरिस अजाक्स फायर इंजन ने स्‍टेट्समैन के 53वें संस्‍करण की विंटेज कार रैली में स्‍टेट्समैन चैलेंजर ट्रॉफी जीती

    भारतीय रेलवे का 160 वर्षों से भी अधिक का समृद्ध इतिहास है ,  जो मूर्त और अमूर्त दोनों विरासत का व्‍यापक स्‍वरूप प्रस्‍तुत करता है। वर्षों से भारतीय रेलवे अपनी औद्योगिक सुरक्षा के साथ-साथ भा‍वी पीढि़यों को जीवंत विरासत का समावेश करने के लिए निरंतर और केन्द्रित दृष्टिकोण बनाए रखने का प्रयास कर रही है। प्रथम विश्‍व युद्ध से पूर्व के विंटेज ब्‍लेसाइज चेसिस (1914) पर जॉन मॉरिस अजाक्स फायर इंजन भारतीय रेलवे की गौरवमयी संपत्ति है। इसे राष्‍ट्रीय रेल संग्रहालय दिल्‍ली में संरक्षित किया गया है। इसने स्‍टेट्समैन 53वें संस्‍करण की विंटेज कार रैली में भाग लिया है और इसे स्टेट्समैन चैलेंजर ट्रॉफी से नवाजा गया है। यह फायर इंजन हर साल अनेक श्रेणियों में नियमित रूप से ट्रॉफियां जीत रहा है। राष्‍ट्रीय रेल संग्रहालय इस रैली में 1981 से भाग ले रहा है। 2013 तक इसे हमेशा स्टेट्समैन चेलेंजर ट्रॉफी और 2013 के बाद से इस रैली में भाग लेने वाले सबसे पुराने वाहन के लिए इंडियन ऑयल ट्रॉफी से सम्‍मानित किया जा रहा है। यह प्रसिद्ध वाहन हमेशा शहर में चर्चा का और ऑटोमोबाइल प्रेमियों में आकर्षण का के...

नई दिल्‍ली में सार्वजनिक स्‍वास्‍थ्‍य के लिए यूनानी चिकित्‍सा विषय पर दो दिवसीय सम्‍मेलन का उद्घाटन

“ यूनानी चिकित्सा अनेक बीमारियों के उपचार के अभाव और संसाधनों की कमी के कारण हमारे सामने आ रही अनेक स्वास्थ्य चुनौतियों का सही समाधान पेश कर सकती है। ”  यह बात    मणिपुर की राज्यपाल डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने यूनानी चिकित्सा पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कही। इस सम्‍मेलन का आयोजन सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन यूनानी मेडिसिन (सीसीआरयूएम )  द्वारा यहां तीसरे यूनानी दिवस समारोह के अंग के रूप में किया गया है। डॉ. हेपतुल्ला ने यूनानी बिरादरी से बदलते समय के साथ आगे बढ़ने और विकसित होने ,  स्वास्थ्य अनुसंधान की नई तकनीकों को अपनाने और स्वास्थ्य प्रबंधन में नए दृष्टिकोणों का योगदान करने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि मणिपुर में 500 से अधिक जड़ी-बूटियों का खजाना है। उन्होंने चिकित्सा वैज्ञानिकों को अनुसंधान के लिए राज्य का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया। ‘ सार्वजनिक स्वास्थ्‍य के लिए यूनानी चिकित्सा ’  विषय  पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए  आयुष  राज्य मंत्री ( स्‍वतंत्र प्रभार ) ,  श्री श्रीपद येसो नाइक ने आयुष मंत्र...

संशोधित सीमाशुल्क ब्रोकर लाइसेंसिंग विनियमन 2018 के नियम 6 के तहत कम्प्यूटर आधारित परीक्षा देश के सभी निर्धारित केन्द्रों पर 15 मार्च, 2019 को आयोजित की जाएगी

सीमाशुल्‍क ब्रोकर लाइसेंस के लिए कम्‍पयूटर आधारित परीक्षा देश के सभी निर्धारित केन्‍द्रों पर 15 मार्च 2019 को आयोजित की जाएगी। इसके लिए सीमा शुल्‍क तथा केन्‍द्रीय उत्‍पाद शुल्‍क निरीक्षण महानिदेशालय की ओर से 27 मार्च 2018 को जारी नोटिस तथा 11 दिसंबर 2018 के अनुलग्‍नग के तहत आवेदन मांगे गए हैं। केन्‍द्रीय अप्रत्‍यक्ष कर और सीमा शुल्‍क बोर्ड की ओर से  6 फरवरी 2019 को जारी अधिसूचना नंबर 8/2019 के अनुसार राष्‍ट्रीय सीमाशुल्‍क अकादमी को ये परिक्षा लेने के लिए अधिकृत किया गया है।      यह परीक्षा कम्‍प्‍यूटर आधारित होगी जिसमें बुहविकल्‍पीय प्रश्‍न पूछे जाएंगे। परीक्षा की अवधि तीन घंटे की होगी। यह सुबह दस बजकर तीन मिनट से शुरू होकर  एक बजकर तीस मिनट पर खत्‍म होगी। परीक्षा में कुल 150 प्रश्‍न पूछे जाएंगे जिनमें से प्रत्‍येक के लिए दो अंक होंगे। परीक्षा में उत्‍तीर्ण होने के लिए कमसे कम परीक्षार्थी को 180 अंक हासिल करना जरूरी है। परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी। परीक्षा का पाठ्यक्रम सीमा शुल्‍क ब्रोकर लाइसेंस विनियमन 2018 के नियम 6 के अनुरूप हैं।  परीक्ष...

प्रधानमंत्री ने वृंदावन में अल्प सुविधा प्राप्‍त बच्‍चों को तीन अरबवीं भोजन थाली परोसी

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज उत्‍तर प्रदेश के वृंदावन का दौरा किया। उन्‍होंने वहां वृंदावन चंद्रोदय मंदिर में अक्षय पात्र फाउंडेशन द्वारा तीन अरबवीं भोजन थाली परोसे जाने के अवसर पर पट्टिका का अनावरण किया। प्रधानमंत्री ने अल्प सुविधा प्राप्त स्‍कूली बच्‍चों को तीन अरबवीं भोजन थाली परोसी। उन्होंने इस्कॉन के आचार्य श्री प्रभुपाद् के विग्रह को भी पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक, उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, अक्षय पात्र फाउंडेशन के अध्यक्ष स्वामी मधु पंडित दास और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इस अवसर पर अपने सम्‍बोधन में प्रधानमंत्री ने अक्षय पात्र फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की और कहा कि 1500 बच्चों को भोजन उपलब्‍ध कराने से शुरू हुआ आंदोलन आज देश भर के स्कूलों के 17 लाख बच्चों को मिड डे मील प्रदान कर रहा है। उन्हें इस बात पर प्रसन्‍न्‍ता व्‍यक्‍त की कि भोजन की पहली थाली अटल बिहारी वाजपेयी जी के कार्यकाल में परोसी गई थी और उन्हें तीन अरबवीं भोजन थाली परोसने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि अच्छा पोषण और स्वस्थ बच...

राष्‍ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा न्‍यू मंगलौर में सीबीआरएन आपात स्थितियों के बारे में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

   राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) मंगलूरू के न्‍यू मंगलौर पोर्ट ट्रस्‍ट में एक बुनियादी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। आज से शुरू किए गए पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्‍य बंदरगाहों में सीबीआरएन आकस्मिक स्थितियों में सहायता के लिए सी-पोर्ट इमरजेंसी हैंडलर्स (एसईएच) की तैयारी को बढ़ाना है।     ऐसे कार्यक्रमों की श्रृंखला में यह पहला कार्यक्रम है ,  जो पूरे देश में विभिन्‍न बंदरगाहों पर आयोजित किया जाएगा ,  ताकि एसईएच को विशेष मोचन दलों के आने तक उचित मदद करने में समर्थ बनाया जा सके। सीबीआरएन आकस्मिक स्थितियां रसायन ,  जैविक ,  रेडियोलॉजिकल और परमाणु सामग्री के उपयोग से पैदा हुए खतरों से संबंधित हैं। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम भारतीय बंदरगाह संघ (आईपीए) ,  इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड एलाइड साइंसेज (आईएनएमएएस )  और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ( एनडीआरएफ )  के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम किसी भी सीबीआरएन की आपातकाल स्थिति को संभालने में एसईएच को सक्षम बनाकर हमारे बंदरगाहो...