लखनऊ विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह में राज्यपाल राम नाईक ने बिहार के राज्यपाल सहित सात पुरा छात्रों को सम्मानित किया

लखनऊः 25 नवम्बर, 2018 लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रांगण में आज लखनऊ विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस का आयोजन लखनऊ विश्वविद्यालय अलुम्नाई फाउन्डेशन द्वारा किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने विश्वविद्यालय के तीन पूर्व छात्र, लालजी टण्डन राज्यपाल बिहार, न्यायमूर्ति (अवकाश प्राप्त) एच0एन0 तिलहरी, पूर्व मंत्री डाॅ0 अम्मार रिज़वी को ‘लाईफ टाइम अचीवमेंट आवार्ड’ तथा सात पूर्व छात्रों, सुश्री बुला गांगुली, डा0 दीपक अग्रवाल, श्री मुदित कुमार सिंह, श्रीमती पंकज भदौरिया, श्री राजेश्वर तिवारी, श्री राजेश सिंह एवं डाॅ0 सुनील प्रधान को ‘डिस्टिंगुईश्ड आवार्ड’ से सम्मानित किया। इस अवसर पर फाउन्डेशन के पदाधिकारी व बड़ी संख्या में पूर्व छात्र उपस्थित थे।
राज्यपाल ने इस अवसर पर सम्मान मूर्तियों को बधाई देते हुए कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश की शान, मान और पहचान है। यहां से निकले विश्वविद्यालय के छात्रों ने राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का मान बढ़ाया है। इस विश्वविद्यालय ने आचार्य नरेन्द्र देव और प्रोफेसर हरिकृष्ण अवस्थी जैसे कुलपति भी दिये हैं जिन्होंने कुलपति के वेतन को या तो छात्रों पर खर्च किया है या फिर वेतन लिया ही नहीं। आज के सम्मान समारोह को देखकर यह पता चलता है कि लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र कितने प्रतिभाशाली हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे सम्मान समारोह से आज के युवा छात्र प्रेरणा लें।
श्री नाईक ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय है। शिक्षा के क्षेत्र में भी विश्वविद्यालय का प्रदर्शन सराहनीय है। उत्तर प्रदेश में अब तक के दीक्षान्त समारोह में 12.79 लाख उपाधियां वितरित की गई हैं, जिसमें 7.15 लाख छात्राएं हैं तथा 56 प्रतिशत लड़कियों को उपाधियां प्रदान की गई हैं। सबसे ज्यादा छात्राएं लखनऊ विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय में 78 प्रतिशत पदक छात्राओं को मिले हैं जबकि भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा में 85 प्रतिशत, दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर में 82 प्रतिशत तथा छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर एवं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी में 81 प्रतिशत छात्राओं को पदक प्रदान किये गये हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय का नाम देश के प्रथम पांच विश्वविद्यालय में तथा राज्य के प्रथम विश्वविद्यालय के रूप में दर्ज हो, ऐसी मेरी कामना है। उन्होंने कहा कि पुरा छात्र विश्वविद्यालय के गौरव तथा विश्वविद्यालय के विकास के लिए संकल्पबद्ध तरीके से योगदान करें।
समारोह में बिहार के राज्यपाल श्री लालजी टण्डन, न्यायमूर्ति एच0एन0 तिलहरी एवं डाॅ0 अम्मार रिज़वी ने अपने समय की खट्टी मीठी यादें साझा की। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर एस0पी0 सिंह, अध्यक्ष अलुम्नाई फाउन्डेशन सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे। 

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