राज्य सरकार की ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ की नीति से प्रदेश मेंकोविड संक्रमण के मामलों में तेजी से कमी आयी: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि राज्य सरकार की ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ की नीति से प्रदेश में कोविड संक्रमण के मामलों में तेजी से कमी आयी है। कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर में लगातार कमी तथा रिकवरी दर में निरन्तर वृद्धि हो रही है। उन्होंने कोरोना से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी आज वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 1,175 नए मामले आए हैं। इसी अवधि में 3,646 संक्रमित व्यक्तियों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया है। प्रदेश में 30 अप्रैल, 2021 को संक्रमण के अब तक के सर्वाधिक एक्टिव मामले 3,10,783 थे। वर्तमान में संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 22,877 हो गयी है। इस प्रकार विगत 30 अप्रैल के सापेक्ष एक्टिव मामलों की संख्या में 2,87,906 की कमी आयी है।
मुख्यमंत्री जी को यह भी अवगत कराया गया कि प्रदेश में पिछले 24 घण्टों में 3,18,714 कोविड टेस्ट किए गए हैं। प्रदेश में अब तक 05 करोड़ 07 लाख 23 हजार 809 कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं। 05 करोड़ से अधिक टेस्ट करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है। मुख्यमंत्री जी को यह भी बताया गया कि राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर में लगातार वृद्धि हो रही है। वर्तमान में यह दर बढ़कर 97.4 प्रतिशत हो गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को प्रभावी ढंग से जारी रखा जाए। प्रदेशवासियों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए निगरानी समितियों द्वारा प्रत्येक लक्षण युक्त एवं संदिग्ध संक्रमित व्यक्ति को मेडिसिन किट उपलब्ध करायी जा रही है। इस कार्य को सुव्यवस्थित, बेहतर और प्रभावी ढंग से कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि निगरानी समितियों के पास पर्याप्त संख्या में मेडिसिन किट उपलब्ध रहें। सभी जरूरतमंद व्यक्तियों को मेडिसिन किट उपलब्ध हो जाए। बच्चों में वायरल बुखार आदि के उपचार हेतु मेडिसिन किट तैयार किए जाने के निर्देश दिए गए थे। मेडिसिन किट को शीघ्र वितरण हेतु निगरानी समितियों को उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस के मरीजों के उपचार हेतु दवा सुचारु रूप से उपलब्ध रहे। यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी जनपदों में ब्लैक फंगस की दवाओं की उपलब्धता रहे। साथ ही, इस संक्रमण के उपचार हेतु वैकल्पिक दवाएं भी सुलभ कराई जाएं।
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